एक रोजा सेमिनार ‘‘मदारिस में शहाफत की तरबीयत जरूरत व अहमियत

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)

बाराबंकी । मदरसे में शहाफत की तरबीयत जरूरत व अहमियत विषय पर याद में एक रोजा सेमिनार का आयोजन हयूमन एजूकेषनल एण्ड वेलफेयर सोसाइटी, बाराबंकी के द्वारा नेषनल काउन्सिल फाॅर प्रोमोषन आफ उर्दू लैंग्वेज, नई दिल्ली के सहयोग से बालिका इन्टर कालेज के सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री राम मगन रावत जी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में आये मौ0 जुल्फेकार (हुसैन प्रिंिसपल बावुल इल्म, नई सड़क, बाराबंकी) जी ने बताया कि उर्दू सहाफत की जरूरत आज के दैर में बहुत जरूरी है और इसके फरोग के लिए उर्दू जबान को अपने मुआषरे में शामिल करे। इसी क्रम में श्रीमान कारी जकी साहब अषरफी ने अपने सम्बोधन में बताया कि आज मदारिष में उर्दू सहाफत की बहुत ही जरूरत है हमे मदारिस में उर्दू सहाफत पर जानकारी दी उर्दू सहाफत की हमे अहमियत देना चाहिए ताकि उर्दू को फरोग मिल सके। कार्यक्रम में श्री मौ अलीम साहब, मौ0 मुष्ताक हुसैन नूरी साहब, मौ0 अलतमष साहब, खालिद जामी साहब, मौ0 हसनैन रजा साहब तथा मौ0 मसऊद आलम साहब आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में संस्था की प्रबन्धक कमरूद्दीन जी ने वक्ताओं और प्रतिभागीगणों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद भाषण के साथ सेमिनार का समापन किया गया।

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)

 

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