ग्राम पंचायत गांव की अपनी तीसरी सरकार है: रत्नेश कुमार एक जिला स्तरीय पंचायत पार्लियामेंट का आयोजन

एसएम न्यूज नेटवर्क24टाइम्स बाराबंकी

बाराबंकी। तीसरी सरकार अभियान के अन्तर्गत जिला ग्राम्य विकास संस्थान कादिरपुर जिला स्तरीय पंचायत पार्लियामेंट का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के सभी विकास खण्डों से 60 ग्राम प्रधान, 12 वार्ड सदस्य एवं 13 ग्राम सभा सदस्यें ने प्रतिनिधित्व किया। पार्लियामेंन्ट का उद्घाटन डीआईआरडी के जिला प्रशिक्षण अधिकारी डा0 सीमा राठौर ने दीप प्रज्जवलित कर किया और कहा कि ग्राम पंचायतों का संस्थागत विकास हो और पंचायतें गांव की अपनी सरकार के रूप में कार्य करें, यह तभी सम्भव है जब पंचायत के लोग 73वें संविधान संशोधन तथा पंचायती राज अधिनियम के प्रति जागरूक हों और अपने अधिकार व कर्तव्यों के प्रति सजग होकर अपने गांव की पंचायत को संस्थागत रूप देने में लगे हों। तीसरी सरकार अभियान के क्षेत्रीय संयोजक डा0 अर्जुन पाण्डेय ने कहा कि तीसरी सरकार अभियान पंचायतों को सेल्फ गर्वनमेंट अर्थात तीसरी सरकार के रूप में स्थापित करने का अभियान है। अभियान का मुख्य उद्देश्य सेल्फ गर्वनमेंट के संवैधानिक दर्जे को व्यवहार में उतारने के लिए नीति, अधिनियम व सामुदायिक स्तर पर आवश्यक पहल व जागृति के वाहक की भूमिका का निर्वाह करना है। गौरतलब है कि तीसरी सरकार अभियान के तहत जनपद ही नही प्रदेश के समस्त जनपदों की विभिन्न ग्राम पंचायतों में पहले चरण में बीती 27 नवम्बर से 19 दिसम्बर के बीच तीसरी सरकार अभियान के तहत ग्राम संसदों का आयोजन एवं प्रत्येक जनपद में एक जिला स्तरीय पंचायत पार्लियामेंट का आयोजन कर ग्राम पंचायतों को तीसरी सरकार के रूप में स्थापित करने की जानकारी ग्राम प्रधान व पंचायत सदस्यों को दी जा रही है। तीसरी सरकार अभियान के नेतृत्वकर्ता डा चन्द्रशेखर प्राण ने बताया कि जिला स्तरीय पंचायत पार्लियामेंट का यह आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज संस्थान हैदराबाद, राज्य ग्रामीण विकास संस्थान लखनऊ, पंचायतीराज विभाग उप्र तथा मिशन समृद्धि चेन्नई के सहयोग व सहभागिता से आयोजित हो रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं को भारतीय संविधान के अनुसार अपनी सरकार के रूप में विकसित करने की आवश्यकता और उपायों पर इसकी पहचान करने हेतु वयस्क नागरिकों के बीच संवाद स्थापित करना तथा उसके निष्कर्षों के आधार पर संघ एवं राज्य को सुझाव देना है। तीसरी सरकार अभियान के जिला संयोजक संस्था बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान के अध्यक्ष रत्नेश कुमार ने बताया कि जनपद में 08 कलस्टर में लगभग 60 ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ ग्राम संसदों का आयोजन किया गया है जिसमें जानकारी दी गई है कि जिस प्रकार केन्द्र की सरकार पहली सरकार है तथा राज्य की सरकार दूसरी सरकार है उसी प्रकार ग्राम पंचायत गांव की अपनी तीसरी सरकार है। पंचायतों को तीसरी सरकार के रूप में संवैधानिक दर्जा 73वें संविधान संशोधन में दिया गया है। तीसरी सरकार अभियान पंचायत के प्रतिनिधियों, पंचायत संस्थाओं की क्षमताओं और कुशलताओं को स्वाभाविक रूप से विकसित होने की प्रक्रिया में सहायक की भूमिका निभा रहा है। पंचायत में ग्रामीण लोगों की सक्रिय और स्वैच्छिक योगदान को संघठित करके तीन स्तरों पर यह अभियान नियोजित गतिविधियों के माध्यम से उत्प्रेरित किया जा रहा है। तीसरी सरकार अभियान के सन्दर्भ व्यक्ति रूपेश एवं सुश्री काब्या ने बताया कि ग्राम पंचायत विकास योजना जीपीडीपी के माध्यम से लोगों को अपने गांव की स्वयं योजना बनाने का जो अवसर मिला है उसके सही उपयोग को केन्द्र में रखते हुए परस्पर विचार-विमर्श एवं कार्ययोजना तैयार की जायेंगी तो पंचायतों का संस्थागत विकास होगा। इस पंचायत पार्लियामेंट में भाग लेने वाले ग्राम प्रधानों ने पंचायतों में आ रही समस्याओं को खुलकर साझा किया। कई ग्राम प्रधानों ने बताया कि पंचायत की मैपिंग में जो समस्याएं निकल कर आयीं उनके अनुसार कार्ययोजना बनाई गई किन्तु जिला प्रशासन द्वारा अलग से काया कल्प जैसे कार्य निर्धारित किया जा रहा है जिससे पंचायत की कार्ययोजना के कार्य नही हो पा रहें हैं। इस अवसर पर ग्राम प्रधान समर बहादुर सिंह, कमलेश कुमार, अशोक सिंह, केशरबक्श यादव, विजय सिंह, इन्द्रसेन मौर्यसीताराम, सुनीता यादव, साहबशरन र्मार्य, सुरेश चन्द्र शर्मा आदि लोगों ने अपने विचार रखा। इस पार्लियामेंन्ट के आयोजन में जिला ग्राम्य विकास संस्थान के प्रशिक्षक श्री मनोज कुमार सहित चाइल्ड लाइन से श्री जियालाल, विकास वर्मा, सुश्री जीनत बेबी, अमित कुमार, मनीष सिंह, अनिल कुमार यादव, राम कैलाश, अखिलेश कुमार, वन्दना देवी अवधेश कुमार का योगदान सराहनीय रहा।
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