जिसने भी हिम्मत की सत्य कहने की, उससे दुश्मनी हो गई: ताज बाबा

संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी से मात्र 30 किमी दूरी पर स्थित जनपद बाराबंकी में राईन समाज के युवा के नेता के रूप में बहुत ही कम समय में राईन समाज के साथ-साथ पूरे जनपद में लोकप्रिय हो रहे ताजबाबा राईन से एसएम न्यूज के क्राइम ब्यूरो के द्वारा लिए गये साक्षात्कार में अपने अंदाज में शेरो शायरी से भी सात सवालों का जवाब दिया। प्रस्तुत हैं उनके विचार-

प्रश्न-1 आप राईन समाज में सबसे लोकप्रिय नेता है और जनपद में होने वाले महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में आपकी सहभागिता रहती है तथा आपको सम्मानित भी किया जाता है, इसके बारे में आप क्या कहना चाहते हैं?
उत्तर-आज जो भी मेरी लोकप्रियता है वह मेरी मां और बाप की दुआएं हैं समाज अच्छे से आगे बढ़े, यह मेरा एक सपना है और हर पीड़ित की इंशाल्लाह मदद जरूर करेंगे और ऊपर वाला भी कहता है कि भला तुम लोगों का करो, खुद तुम्हारा नाम होगा। मेरी यह कोशिश रहती है कि मैं जनपद में होने वाले कार्यक्रमों में तन-मन-धन से सहयोग करूँ जिससे समाज का विकास हो और आने वाली पीढ़ियों का सही मार्गदर्शन करूँ।

प्रश्न-2 आप हमेशा गरीबों, मजलूमों की आवाज उठाते हैं, समाज में होने वाले लगभग सभी कार्यक्रमों में आपकी उपस्थिति रहती है, किन्तु यही बात आपके कुछ विरोधियों को खटकती हैं, इसके बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर- किसी को चांद चमकता नजर आता है और किसी को उसमें दाग नजर आता है। सत्य चोट करता है, सत्य कड़वा लगता है झूठे लोगों को, जिसने भी हिम्मत की उसने सत्य कहने की उससे ही उनकी दुश्मनी हो जाती है।

प्रश्न-3 कुछ छुटभइया नेता आपके सही का विरोध करते हैं और अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेंकते हैं उनके बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
उत्तर-मैं खुल कर कुछ नहीं कहूँगा उनके बारे आप सब लोग व जनता सबकुछ जानती है मैं उनके लिए शेर पेश करता हूँ-हम “आह” भी करते हैं तो हो जाते हैं “बदनाम”, वो “कत्ल” भी करते हैं तो “चर्चा” नही होती।

प्रश्न-4 आपने इतने कम समय में समाज में नाम कमाया वही दूसरे नेता काफी पैसा खर्च करने के बाद भी समाज व जनता में लोकप्रिय नहीं हुए क्या कारण है?
उत्तर-यह तो अपना-अपना व्यवहार है, हम नेता बनने के लिए काम नहीं करते हैं हम सभी धर्मों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आवाज उठाते हैं। पैसों से किसी को खरीदा नहीं जा सकता है। मैं नेता बनने के लिए काम नहीं करता हूँ, समाज सेवा करता हूँ। उनके लिए एक शेर पेश है-वह अपनी झूठी बातों से लोगों के दिल में नफरत घोलते हैं, अब वह मुझे ये बताए, क्या कभी सच भी बोलते हैं।

प्रश्न-5 राईन समाज के कुछ नेता परदे के पीछे से अपना वर्चस्व कायम करने के लिए कई मुकदमें यहां तक गुण्डा एक्ट तक की कार्यवाही करवाई, उसके बाद भी आपकी लोकप्रियता बढ़ी?
उत्तर- देखिए, हम कौम के लिए अच्छे कार्य कर रहे हैं लेकिन झूठे मुकदमें लिखाने वालों का मुँह खुद काला हो गया और सच्चाई आप सबके सामने है। उनके लिए शेर मुझे याद आ गया-शोरगुल मचाने से नाम नहीं बनता, काम ऐसा करो की खामोशी भी अखबारों में छप जाए। कोई भी लकीर को मिटाने से किसी का कद छोटा नहीं होता है हमारा उद्देश्य है कि हम स्वयं अपनी लकीर को बड़ा करें किसी को हराना हमारा मकसद नहीं हमारी मंशा है कि तमाम उम्र हम एक दुसरे से लड़ते रहे, मगर मरे तो बराबर में जा के लेट गये।

प्रश्न-6 राईन समाज के नेता का चुनाव कैसे होता है, तथा राइन समाज का नेता बनने के लिए क्या मण्डी का कार्य करना आवश्यक होता है या कोई भी राईन समाज का नेता बन सकता है?
उत्तर- मंडी का काम करना जरूरी नहीं है राईन समाज की सेवा करने के लिए कोई भी कर सकता है अच्छी छवि चाहिए दिल साफ होना चाहिए काम करने का जज्बा हो बस। करो राजनीति बुरी चीज नहीं है, फुर्सत मिले तो सोचना, भला तुमने कितना किया है।

प्रश्न-7 राईन समाज के युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर- हमारे सभी धर्म वर्ग के लोग पढ़े लिखे आगे बढ़े अब जिस समाज से हम आते हैं उस समाज में शिक्षा का स्तर बहुत नीचे है हमारी कोशिश है उसको बहुत आगे ले जाने की हमारे समाज में पांच प्रश्न ऐसे भी लोग हैं जो लंदन अमेरिका बाहर यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं आईआईटी वाइस चांसलर भी है जज भी है हमारा मकसद है कि बहुत दूर तक शिक्षा का स्तर पहुंचे गांव के अंतिम मेड तक पहुंचे राइन समाज जिंदाबाद!

संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स

 

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