विशेषज्ञों का अनुमान कम से कम मार्च तक तेल की कीमतें कम नहीं होने वालीं
नई दिल्ली कुछ समय से खाने के तेल की कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने तेल की कीमतें नीचे लाने के मकसद से ही पाम ऑयल पर 10 फीसदी तक आयात शुल्क भी कम कर दिया था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद तेल की कीमतें नीचे नहीं आ रही हैं और रसोई का बजट लगातार बिगड़ता ही जा रहा है। पिछले 5 महीने में खाने के तेल की कीमत करीब 40-50 फीसदी तक बढ़ गई है। सिर्फ पिछले एक महीने में ही खाने का तेल करीब 15 फीसदी तक महंगा हो गया है। सरसों के तेल की कीमत 40 फीसदी, सूरजमुखी के तेल की कीमत 52 फीसदी, सोयाबीन रिफाइंड ऑयल की कीमत 34 फीसदी, राइस ब्रेन रिफाइंड ऑयल 33 फीसदी और पाम रिफाइंड ऑयल की कीमत 37 फीसदी तक बढ़ गई हैं। सरसों का तेल फिलहाल 140-160 रुपये प्रति लीटर के करीब बिक रहा है।
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