इन अंगों पर करती है सीधा अटैक, नहीं किया कंट्रोल तो हमेशा के लिए हो जाएंगे डैमेज
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट एसएम न्युज24 टाइम्स 8004283330
मधुमेह शरीर के विभिन्न हिस्सों को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इसलिए इसे ठीक प्रकार से कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। डायबिटीज की वजह से हमारे मेन अंग जैसे, किडनी, आंखें, दिल और स्किन तक पर असर पड़ सकता है।देश में लगभग 70 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, भारत को मधुमेह की राजधानी कहा जाता है। यदि आप अपने स्वास्थ्य में कुछ प्रकार के बदलाव देख रहे हैं, जैसे कि बार-बार पेशाब आना, मुंह सूखना, थकान, त्वचा की समस्याएं और पैरों में सुन्नता आदि, तो आपको अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच जरूर करवानी चाहिए।मधुमेह केवल रक्तप्रवाह को ही नहीं बल्कि आपके शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है। कई लोग जिन्हें डायबिटीज है, वह अपने स्वास्थ्य को लेकर कुछ लापरवाही कर जाते हैं, जिससे उनकी यह बीमारी शरीर के अन्य अंगों को डैमेज करना शुरू कर देती है। आइए जानते हैं इसके बारे में..
मधुमेह का कारण क्या है?
शरीर में रक्त शर्करा को इंसुलिन द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा निर्मित होता है। इंसुलिन का अपर्याप्त उत्पादन मधुमेह का कारण बन सकता है। स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन ज्यादातर मामलों में, यह बीमारी जीवन भर बनी रहती है। उच्च रक्त शर्करा का स्तर आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है और इसके परिणामस्वरूप गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं हो सकती हैं। यहां बताया गया है कि मधुमेह शरीर के विभिन्न हिस्सों को कैसे प्रभावित कर सकता है।मधुमेह के रोगियों में स्किन की समस्याएं, क्षतिग्रस्त रक्त वाहिकाओं के कारण होती है। यह त्वचा पिगमेंटेशन पैदा कर सकता है। हाथों और पैरों पर काले धब्बे आमतौर पर मधुमेह का पहला लक्षण होता है। यह दर्दनाक नहीं होता मगर आसानी से पहचाना जा सकता है।
दिल
मधुमेह रोगियों में हृदय रोग विकसित होने का अधिक खतरा होता है। उच्च रक्त शर्करा आपके दिल के स्वास्थ्य को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है, जिसमें दिल का दौरा भी शामिल है।
पैरों की उंगलियों में सुन्न पन
मधुमेह की वजह से पैर की रक्त वाहिकाओं में ब्लॉकेज होने लगता है। इसकी वजह से पैरों में झुनझुनी और सुन्नपन आने लगता है। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन खराब हो जाता है। इस प्रकार, पैरों की लगातार सुन्नता को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और तुरंत फुट प्रेशर की जांच करावानी चाहिए।
आंखें
मधुमेह की वजह से आंखें कमजोर हो सकती हैं। कई मामलों में तो आंखों की रौशनी तक जा सकती है। डायबिटीज के रोगियों को आंखों में संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है। रेटिना में रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जो आंखों के लिए बेहद दर्दनाक हो सकती हैं।हालत के साथ गुर्दे सबसे प्रभावित अंगों में से एक होते हैं। हाई ब्लड शुगर भी गुर्दे फेल होने का कारण बन सकता है, जिससे आपको किडनी डायलिसिस या ट्रांसप्लान्ट करवाने की आवश्यकता पड़ सकती है। यदि आपको पेशाब पर नियंत्रण नहीं बना पाते हैं, तो आपको किडनी से जुड़ी बीमारी हो सकती है। इसके लिए आपको बिना देर किए यूरोलॉजी में दिखाना चाहिए।यदि आप डायबिटीज के मरीज हैं और लंबे समय से दवाइयों के भरोसे चल रहे हैं, तो अपनी दवाइयों का सेवन बीच में न रोकें। इसके अलावा हरी सब्जी, मोटे आनाज और फलों का सेवन करें। वजन न बढ़ने दें और व्यायाम जरूर करें।