कोरोना संक्रमण एक खतरनाक महामारी है, मिलकर इस पर विजय पाना होगा – आत्रेय मिश्र

एसएम न्यूज़24टाइम्स नेटवर्क उत्तर प्रदेश भारत 9889789714

गोंडा मानवता की लंबी विकास यात्रा ने कई रूकावटे झेली हैं परन्तु निरन्तर अपने वेग से अग्रसर रही है । महामारी कम आवर्ती घटनाएं हैं, लेकिन अल्प अवधि में मानवता का सफाया करने की क्षमता रखती हैं । कोविड -19 एक ऐसी महामारी है जो मानवीय जिजीविषा को चुनौती दे रही है ।

 

कोविड कंट्रोल के प्रभारी प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर आत्रेय मिश्र ने बताया कि जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में प्रशासन सक्रिय रूप से नागरिकों की मदद कर रहा है । उन्होंने कहा कि इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेन्टर (आईसीसीसी) जिला स्तर पर वायरस से निपटने का केन्द्र बिन्दु है । कंट्रोल रूम के नम्बरों को नोट कर लें और कोरोना से सम्बन्धित किसी भी विषय पर तत्काल संपर्क करें । आईसीसीसी को चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम द्वारा संचालित किया जाता है। इसी प्रकार 74 रैपिड रिस्पांस टीम ( आरआरटी ) का गठन ब्लाक / नगरीय स्तर पर किया गया है , जो कोविड -19 धनात्मक मरीजों से तत्काल सम्पर्क कर आवश्यकतानुसार उन्हें होम आइसोलेशन अथवा चिकित्सालय में भर्ती हेतु कार्यवाही करती है। यह टीम होम आइसोलेटेड मरीजों को मेडिकल किट प्रदान करती है तथा उनके सम्पर्क में आये लोगों की सैंपलिंग तथा जॉच करती है । इसके अलावा 1336 निगरानी / मोहल्ला समितियों ग्रामीण / नगरीय स्तर पर बनाई गई हैं । इनमें ग्राम प्रधान , सभासद, आशा शामिल हैं। उन्हें नियमित रूप से क्वारँटाईन में रह रहे लोगों से कुशल-क्षेम पूछने, लोगों को जागरूक करने तथा होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों का मनोबल बढ़ाने का कार्य दिया गया है।
श्री मिश्र ने यह भी कहा कि वैक्सीन को लेकर अनेक मिथक हैं । वैक्सीन शत-प्रतिशत सुरक्षित है और यह समय अफवाहों पर विश्वास न कर कोविड प्रोटोकाल का पालन और वैक्शीनेसन कराने के लिए सामूहिक प्रयास करें । आयुष चिकित्सक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली औषधियां और काढ़ा उपलब्ध करा रहे हैं। आयुष क्वाथ चूर्ण , संशमनी वटी, आयुष -64 , अणु तेल, उपयोगी आयुर्वेदिक औषधियाँ हैं। अपने नजदीकी आयुष चिकित्सक से संपर्क करें। होम्योपैथिक चिकित्सकों द्वारा भी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए औषधि दी जा रही है। पंचायतो और नगर निकायों द्वारा सेनिटाइजेशन , सोडियम हाइपो क्लोराइड के घोल का छिड़काव किया जाता है । स्वच्छता के लिए निगरानी समिति या अधिशासी अधिकारी ( ईओ ) से संपर्क करें।

उन्होंने कहा कि कोविड संबंधी सहायता के लिए किसी भी समय कन्ट्रोल रूम से बेझिझक संपर्क करें। यह महामारी अत्यंत संक्रामक और घातक भी हैं, इसलिए हमें कोविड प्रोटोकाल्स को गंभीरता से लेना चाहिए। आपकी लापरवाही कई लोगों की जिन्दगी दाँव पर लगा सकती है । राज्य की संस्थाएं इस आपदा को खत्म करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है , यद्यपि इस महामारी से उत्पन्न परिस्थितियां अभूतपूर्व हैं। अतः संसाधनो पर अधिक दबाव स्वाभाविक है। इसलिए आप सार्वजनिक प्रणालियों पर विश्वास रखें, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और घर के अन्दर रहकर कर वायरस के विरूद्ध युद्ध मे सक्रिय भागीदार बनें। आपकी सकिय भागीदारी से कोविड के विरूद्व इस युट्ट में हम अवश्य विजयी होगें ।

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