यमुना की पुलिसिया प्रलय से थर्राता मुख्तार का कुनबा!

कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)

बाराबंकी। माफिया मुख्तार अंसारी के कुनबे पर कप्तान यमुना प्रसाद का सटीक प्रहार कहर बरपा रहा है!अब तक बाराबंकी पुलिस ने कप्तान के निर्देशन में मुख्तार अंसारी के 11 लोगों को पकड़ कर जेल भेज दिया है। जबकि अन्य की तलाश भी जारी है। जाहिर है कि यमुना प्रसाद की इस पुलिसिया प्रलय से मुख्तार अंसारी का कुनबा थर्राता नजर आ रहा है!

फर्जी दस्तावेजों के सहारे बाराबंकी परिवहन विभाग में एंबुलेंस का पंजीकरण करवा कर जिले में अपने गुर्गों के द्वारा अपनी गतिविधियों को बढ़ाने वाले मुख्तार अंसारी के कुनबे में इधर बेचैनी देखी जा रही है? सूत्रों के मुताबिक पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने इस मामले के संज्ञान में आने के बाद जिस तेजी के साथ अपनी कार्यवाही को आगे बढ़ाया है उससे बाराबंकी पुलिस की साख में बढ़ोतरी हुई है। यह कप्तान का सतर्क अभियान ही था कि बाराबंकी पुलिस ने एंबुलेंस प्रकरण में पंजाब से लेकर आजमगढ़ एवं मऊ तथा लखनऊ व अन्य कई जिलों में भी मुख्तार के गुर्गो की तलाश में तेज व सफल चहलकदमी की। जिसके चलते बाराबंकी पुलिस को बड़ी सफलताएं भी हासिल हुई। स्पष्ट है कि इस तेजी के कारण ही अब तक मुख्तार अंसारी के खास लोगों व गुर्गों को जेल भेजा जा चुका है ।जिसमें कई पर तो अच्छा खासा इनाम भी घोषित था।

पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने एंबुलेंस प्रकरण के मामले में सटीक कार्यवाही की। वही मुख्तार अंसारी के लिए बाराबंकी में उसके कौन-कौन से खास लोग काम कर रहे हैं! इस पर भी उन्होंने जमकर पुलिसिया कोड़े बरसाए! हालत यह हो गई कि कई लोगों को पूछताछ के लिए लाया गया? कई ऐसे भी थे जो मुख्तार अंसारी से जुड़ने पर फूले नहीं समाते थे वह अपने दरबे में जाकर शांत हो गए! बाराबंकी कप्तान ने इस प्रकरण के सामने आने के बाद ताबड़तोड़ कार्यवाही को अंजाम दिया। जिसके बाद डॉ अलका एवं शेषनाथ तथा राजनाथ यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया। फिर यह सिलसिला आगे बढ़ता गया ।आज 3अगस्त को 3 इनामिया अपराधी और पकड़े गए ।जिन्हें पुलिस ने जेल भेज दिया।

सूत्रों का दावा है कि जिले में हमेशा रह -रह कर यह चर्चा उठती रही है कि मुख्तार अंसारी गैंग के लोग बाराबंकी में जमीनों के अलावा अन्य कई धंधे करते रहें हैं? लेकिन उन पर अंकुश नहीं लगाया जा सका? कई सफेदपोश भी मुख्तार अंसारी से जुड़े रहे हैं? इसकी भी चर्चा खूब हुई है! लेकिन जब से कप्तान यमुना प्रसाद ने जिले की कमान को संभाला है तभी से उन्होंने मुख्तार अंसारी एंबुलेंस प्रकरण के संज्ञान में आने के बाद अंसारी गैंग पर जमकर कड़ा प्रहार किया है। बाराबंकी पुलिस ने भी कप्तान के सटीक निर्देशन में पंजाब से लेकर आजमगढ़ व लखनऊ सहित कई अन्य जिलों में गजब का प्रदर्शन किया है । खबर है कि पुलिस टीम को कप्तान ने मामले को सफलता के लक्ष्य पर पहुंचाने के लिए पूरी छूट दे रखी थी/है। शायद यही कारण था कि आज मुख्तार अंसारी के इतने लोगों को पुलिस अब तक जेल भेज चुकी है। अभी भी बाराबंकी पुलिस को इस मामले में अन्य कई लोगों की भी तलाश है। जो कि पुलिस मुस्तैदी से कर रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि बाराबंकी में ऐसे कौन से लोग हैं जो मुख्तार अंसारी के काले साम्राज्य को सफेदपोशी के साथ आगे बढ़ाते रहें हैं? क्यो कि मुख्तार अंसारी को सैर कराने वाली एंबुलेंस का पंजीकरण आराम से बाराबंकी के परिवहन विभाग में हो गया? वह भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे! सनद हो कि यह वही विभाग है जहां आम आदमी को अपनी गाड़ी का पंजीकरण कराने के लिए ज्यादातर दलालों अथवा सेटिंग का सहारा लेना पड़ता है?

पुलिस कप्तान का प्लान ऐसा था कि पुलिस ने बिना हल्ला मचाए सटीक ढंग से मुख्तार अंसारी के गुर्गों के कालर पर हाथ डाला और उन्हें वहां पहुंचाया जहां उनकी सही जगह थी! कुल मिलाकर पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद की पुलिसिया प्रलय से वर्तमान में मुख्तार अंसारी का पूरा कुनबा थर्राता नजर आ रहा है!

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