बुजुर्ग ने बजाई बासुरी की धुन मंत्रमुग्ध हुये कलेक्टर डॉ दिनेश चंद्र…

( हाथ जोड़कर बुजुर्ग की कला का कलेक्टर ने किया सम्मान )

जिसका कोई नही उसका तो खुदा होता है,ये मैं नही कहता किताबों में लिखा होता है,जी हाँ..कुछ यूं ही माहौल जब नजर आये तो शब्द बरबस निकल ही पड़ते हैं,ये वाक्या उस समय का है जब देर शाम बहराइच के जिलाधिकारी डॉ.दिनेश चन्द्र अचानक समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धाश्रम अमीनपुर नगरौर का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुँचते है। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी के साथ एसडीएम, मुख्य चिकित्साधिकारी,मुख्य चिकित्सा अधीक्षक,व जिला समाज कल्याण अधिकारी मौजूद रहते है। निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि वृद्धाश्रम में 51 पुरूष व 40 महिला कुल 91 वृद्धजन पंजीकृत हैं।  निरीक्षण के मौके पर जिलाधिकारी की नजर वृद्धाश्रम में अचानक एक 70 साल के संवासी बुजुर्ग सूर्यलाल मिश्र के ऊपर पड़ी, बुजुर्ग की प्रतिभा के बारे में वृद्धाश्रम में मौजूद अन्य संवासी सदस्यों ने डीएम को बताया कि सूर्यलाल मिश्र जी बांसुरी बहुत अच्छी बजाते हैं…फिर क्या था,एक जिलाधिकारी ने उम्र के आखरी पड़ाव पर वृद्धाश्रम में अपनी जिंदगी बसर कर रहे 70 साल के बुजुर्ग संवासी सूर्यलाल मिश्र से उनकी बंसी बजाने की आकर्षक कला को सुनने की फ़रमाईश की, जिस फरमाईश को पूरी करने के लिये सूर्यलाल मिश्र ने अपने झोले से बंशी निकाली और सांसों की तान देकर इस कदर बंशी की धुन बजाई जिसे सुनकर कलेक्टर साहब सहित मौके पर मौजूद सारे आला अफसर सूर्यलाल मिश्र की बंसी की धुन में मंत्रमुग्ध हो गए,वहीं बंसी की मधुर धुन में जब यशोमती मैय्या से पूछे नंदलाला राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला व प्रेम धुन,प्रेम की गंगा बहाते चलो बृद्धाश्रम में गूंजी तो वहाँ के माहौल में खुद कलेक्टर साहब भी खुशी से सराबोर नजर आये। निरीक्षण के दौरान सभी व्यवस्थाएं चाक एवं चौबंद नजर आयी। इस दौरान जिलाधिकारी ने सम्बंधित अफसरों को निर्देश दिया कि वृद्धाश्रम में किसी भी प्रकार के सुविधाओं की कमी नही होनी चाहिए,अन्त में जिलाधिकारी ने वृद्धाश्रम के सभी संवासियों को बिस्किट का वितरण कर आशीर्वाद प्राप्त किया तो कुछ इस प्रकार हर उम्र के लोगो मे लोकप्रियता हासिल करते जा रहे हैं बहराइच के जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र।

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