हरी झंडी दिखाकर जन्मभुमि दर्शन यात्रा का सुभारंभ किया गया

एसएम News24 टाइम्स नगर संवाददाता सुहेल अहमद अंसारी बाराबंकी

बाराबंकी। साहित्यकार किसी दल और समूह से परे होता है। वह समाज का चित्रण करता है और दर्पण दिखाता है। एक काल खंड ऐसा भी रहा है जब साहित्यकारों ने राज घराने के इशारों पर सृजन किए हैं।

उक्त विचार शुक्रवार को पूर्वज साहित्यकार जन्मभूमि दर्शन यात्रा के छठे चरण की यात्रा को संत कवि बैजनाथ उद्यान से हरी झंडी दिखाकर रवाना करने से पूर्व राजेश कुमार यादव सदस्य विधान परिषद ने व्यक्त किए। उन्होंने यह भी कहा कि साहित्यकार को हमेशा सच लिखना चाहिए। श्री यादव ने यह भी कहा कि इतिहास को भूल जाने वाला समाज इतिहास से गायब हो जाता है।
यात्रा आरंभ से पूर्व यात्रा संरक्षक डॉ राम बहादुर मिश्र ने संत कवि बैजनाथ की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पवन कुमार वर्मा जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ बाराबंकी ने कहा कि यात्रा का लाभ नई पीढ़ी को ऐतिहासिक दस्तावेज के रूप में मिलेगा। शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अशोक त्रिपाठी जिलाध्यक्ष प्रधानाचार्य परिषद बाराबंकी ने कहा कि इंटरनेट के आगमन से लोगों में पुस्तक पढ़ने के प्रति रुझान कम हुआ है किंतु ऐतिहासिक तथ्यों की महत्ता कभी कम नहीं होने वाली है। डॉ. विनय दास व डॉ बलराम वर्मा के निर्देशन में छठवें चरण की यात्रा दल में यात्रा अध्य्क्ष प्रदीप सारंग, यात्रा संयोजक पंकज कँवल, विष्णु कुमार शर्मा ‘कुमार, धीरेंद्र चौधरी, रजत बहादुर वर्मा, रमेश चंद्र रावत, शशिप्रभा आदि शामिल रहे। शुभाम्भ मौके पर अजय सिंह ‘गुरु जी’, डॉ. श्यामसुंदर दीक्षित, प्रताप सिंह, सुभाष चंद्र वर्मा, अब्दुल खालिक, सदानंद वर्मा, अनुपम वर्मा, ज्ञानेंद्र पाठक, एडवोकेट सुषमा शर्मा, किरण भारद्वाज, ऐश्वर्या भारद्वाज, वेद प्रकाश शर्मा, बद्री प्रसाद वर्मा आदि मौजूद रहे।
यात्रा का पहला पड़ाव सेठमऊ स्थित पूर्वज साहित्यकार ओंकारनाथ दुखिया की साधनाभूमि रहा। यहां पर यात्रा दल के सदस्यों ने पूर्वज साहित्यकार को नमन किया। इसके बाद यात्रा दल कैलाश नाथ मिश्र की साधनाभूमि भानमउ पहुंचा। यहां पर नमन के पश्चात यात्रा दल पूर्वज साहित्यकार डॉ. पुरुषोत्तम शरण पुरुशेष जी के कोठी स्थित आवास पर पहुंचा। इसके बाद यात्रा क्रमशः पूर्वज साहित्यकार राघव विहारी सिंह की साधनाभूमि बरावां, नागेश्वर दत्त पांडेय की साधनाभूमि बहादुरपुर, कृष्ण कुमार पांडेय की साधनाभूमि अखैयापुर, संत दूलनदास एवं संत गुरुदत्त दास जी की साधनाभूमि पूरे देवीदास पहुंची। यात्रा दल के सदस्यों ने पूर्वज साहित्यकारों को नमन किया एसएम News24 टाइम्स नगर संवाददाता सुहेल अहमद अंसारी बाराबंकी

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