बदायूं में दो वर्ष के अंदर दोगुने हुये असंगठित क्षेत्र के मजदूर। जिला श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार दो वर्ष में मजदूर दोगुने हो गये हैं।
मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज24 टाइम्स) सहसवान- बदायूं 9719216984
बदायूँ। गरीबी के दंश से जनपद अभी बाहर नहीं निकल पाया है इसलिये जनपद में मजदूर वर्ग ज्यादा है। जनपद से बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा उत्तराखंड, महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात सहित एक दर्जन से ज्यादा राज्यों में मजदूरी करते हैं। कोरोना काल ने श्रमिकों को मजदूर कर दिया और जनपद में वापसी कर दी। जिसके बाद श्रमिक विभाग में पंजीकरण हुआ और योजनाओं का लाभ लिया है। इससे पता चला कि जनपद में मजदूर दो वर्ष में दोगुने हो गये हैं।
जिले में मजदूर वर्ग को सरकारी की योजनाओं का हाथोंहाथ लाभ पहुंचा और कोरोना काल ने घर वापसी का रास्ता दिखाया तो मजदूर जनपद में ही चले गये। जिला श्रम विभाग के आंकड़ों के अनुसार दो वर्ष में मजदूर दोगुने हो गये हैं। बतादें कि वर्ष 2020 में जनपद के अंदर विभाग में पंजीकृत श्रमिकों की संख्या 88 हजार थी, वर्ष 2020 के अंत, 2021 के कोरोना काल के दौरान दूसरे राज्यों एवं जनपदों में रहने वाले मजदूरों की वापसी हुई। इसके बाद पंजीकरण कराया, वहीं चालू वर्ष 2022 में अब तक श्रमिकों के पंजीकरण मिलाकर अब 1.60 लाख संख्या हो गई है। आंकड़ों के अनुसार करीब दो वर्ष में करीब 60 हजार श्रमिकों की संख्या बढ़ गई है।
जनपद में असंगठित क्षेत्र में श्रमिकों की संख्या कम नहीं है और पुरुष श्रमिकों के सापेक्ष महिलायें भी पीछे नहीं हैं। जनपद में करीब 1.60 लाख श्रमिक हैं जिसमें करीब 25 फीसदी 40 हजार महिलायें श्रमिक हैं। जिनको विभाग द्वारा सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। इसलिये महिलायें भी श्रमिक क्षेत्र में काफी आगे हैं।श्रम विभाग में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को जन्म से लेकर मृत्यु तक इंसान को योजनाओं का लाभ ही लाभ है। एक तरह से श्रमिक की पूरी सुरक्षा है। इसमें मातृत्व शिशु एवं बालिका हित लाभ योजना में बच्ची का जन्म होने पर 25 हजार रुपये, बेटा का जन्म होने पर 20 हजार रुपये का लाभ दिया जाता है। इसके अलावा बच्चों की निशुव्क पढ़ाई, साइकिल सहित तमाम योजनायें हैं। वहीं निर्माण कामगार मृत्यु विकलांगता सहायता एवं अक्षंमता पेंशन योजना में सामान्य मृत्यु पर दो लाख, दुर्घटना पांच लाख रुपये का बीमा है वहीं मृत्यु होने पर श्रमिक परिवार को 25 हजार रुपये अंत्योष्टि को मिलेंगे।
जनपद में अब तक 14.42 लाख लोगों के ई-श्रम पंजीकरण हो चुके हैं। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री ने दो महीने फरवरी, मार्च में दिया आपदा राहत के रूप में एक-एक हजार रुपये दिये थे। इसके अलावा भी इन लोगों की दुर्घटना मृत्यु में दो लाख रुपये के बीमा से सुरक्षा गारंटी है। श्रम विभाग में जनपद में करीब 1.60 लाख श्रमिक हैं जिसमें करीब 25 फीसदी महिलायें हैं। कोरोना काल के दौर में संख्या बढ़ी है, विभाग में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को जन्म से लेकर मृत्यु तक का लाभ है। सतेंद्र मिश्र, श्रम प्रवर्तन अधिकारी
मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज24 टाइम्स) सहसवान- बदायूं 9719216984