बदायूं। बिल्सी- खेलते-खेलते 10 साल के बालक प्रिंस की अचानक मौत हो गई। साथ खेल रहे बच्चों की सूचना पर आए परिवार वाले उसे तुरंत ही डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि बालक को कोई बीमारी नहीं थी, अचानक ही उसकी मौत हो गई।
बिल्सी क्षेत्र के गांव नगला तरऊ निवासी अवनेश कुमार सिंह का 10 वर्षीय बेटा प्रिंस कुमार भूदेवी वार्ष्णेय इंटर कॉलेज में कक्षा पांच में पढ़ता था। रविवार की शाम वह गांव के अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। साथ खेल रहे बच्चों ने पहले तो इसे खेल समझा, लेकिन जब काफी कहने के बाद भी प्रिंस नहीं उठा तो बच्चे घबरा गए। बच्चों ने इसकी सूूचना प्रिंस के परिजनों को दी। इस पर वह भागे-भागे वहां आए। बच्चे को बेहोश देखकर परिजन पहले गांव खैरी और फिर बिल्सी के निजी चिकित्सक के यहां ले गए, लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत की खबर सुनकर मां शकुंतला देवी और पिता अवनेश कुमार सिंह समेत परिजनों में चीख-पुकार मच गई। सोमवार को प्रिंस के शव को कछला घाट पर दफन कर दिया गया। बच्चे के माता-पिता का कहना है कि उसे पहले से कोई बीमारी नहीं थी। खेलते-खेलते अचानक ही उसकी मौत हो गई, जिससे वह भी अवाक हैं।
हो सकती है कोई पैदायशी बीमारी:- वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. सुरेश चंद्र नौगरिया कहते हैं कि इतनी कम उम्र के बच्चे को हार्ट अटैक रेयर ऑफ रेयरेस्ट केस में ही हो सकता है। हो सकता है कि बच्चे को कोई पैदायशी बीमारी हो जो हार्ट या गुर्दे आदि से जुड़ी हो सकती है। कुछ बच्चों में बीपी की बीमारी पैदायशी होती है, जिसका पता नहीं चलता, लेकिन यह घातक हो जाती है। कुछ केस में बच्चों में मायोकार्डियक इन्फार्कशन की बीमारी पैदायशी हो सकती है।
*मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज24 टाइम्स) बदायूं 9719216984*