दूसरों के शरीर में जिंदा रहेंगे रामशरण के अंग देहदानी रामशरण की मौत के बाद जीवित अंगों का होगा प्रत्यारोपण

नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

बाराबंकी। कुछ लोगों का संकल्प मृत्यु के साथ ही नश्वर शरीर के मिट्टी में मिल जाने की बात को झुठला देता है। ऐसा ही उदाहरण है, सुहावा गांव निवासी देहदानी रामशरण पुत्र बालक राम का। 75 वर्ष की उम्र में बृहस्पतिवार को उनका देहांत हो गया। पिता के संकल्प को पूरा करते हुए पुत्र ने मेडिकल कॉलेज को उनका शरीर दान कर दिया। अब उनके शरीर के अंग दूसरों के शरीर में जिंदा रहेंगे। विदित हो कि कोठी थाने के सुहावा गांव निवासी देहदानी रामशरण पुत्र बालक राम 75 वर्ष की मौत बृहस्पतिवार को हो गई जिसकी बॉडी को लेकर केजीएमयू की टीम लखनऊ चली गई। इसके अलावा रामशरण की मां राम लली ने भी देहदान और नेत्रदान किया था। भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हौसला प्रसाद वर्मा की प्रेरणा पर देह दान किया था। भारतीय किसान यूनियन जिला उपाध्यक्ष हौसला प्रसाद के द्वारा इसकी सूचना केजीएमयू से देहदान विभाग को दी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोठी डॉक्टर अखिलेश चौधरी ने पहुंचकर मृत्यु प्रमाण पत्र सौंपा। जिसके बाद लखनऊ से आई टीम में दिलीप वर्मा, प्रदीप और शेर बहादुर ने देहदानी रामशरण का शव लेकर अपने साथ चले गए मृतक रामशरण के पुत्र विजय कुमार वर्मा का कहना है। उनके पिता देह दान कर अमर हो गए और उनके शव को मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए रखा जाएगा इससे बड़ी और गौरव की बात क्या हो सकती है स्वर्गीय मुकेश सिंह ने जो जनपद में देहदान की मुहिम चलाई थी उसी की तहत देहदान का प्रण लिया गया था। जिले से यह 17वी बॉडी केजीएमयू लखनऊ को सौंपी गई है। इस मौके पर जिला अध्यक्ष अनुपम वर्मा, लायक राम यादव, राजेश कुमार वर्मा, देशराज, बाल गोविंद, मनोज कुमार, चेतराम सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211

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