यूपी, महाराष्ट्र ने दिया झटका, बीजेपी ने 2019 में जीती हुई 303 में से 92 सीटें गंवाई

लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और इन नतीजों पर विश्लेषण भी जारी है। 2024 में 240 सीटें अपने नाम करने वाली बीजेपी 2019 में 303 सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। बीजेपी को इस बार उन सीटों में से 92 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी को सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में हुआ है। इनमें से अधिकतर सीटें ग्रामीण इलाकों में थीं, लेकिन इसमें मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई उत्तर पूर्व जैसी शहरी सीटें भी शामिल थीं, जहां कांग्रेस और दूसरी पार्टियों ने भाजपा को हराया है।2019 मेंभाजपा नेजो 303 सीटें जीती थीं, उनमें से उसने 208 सीटें दोबारा जीती हैऔर 92 सीटें खो दीं है। इसके अलावा बीजेपी की तीन सीटें एनडीए के ही दूसरी पार्टी ने जीती है। इनमें जनता दल (यूनाइटेड), जनता दल (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोकदल शामिल है, जिन्होंने एक-एक सीट जीती है। वहीं 2024 में बीजेपी ने 32 नई सीटें भी जीतीं है। खास बात यह भी रही कि इन 92 सीटों में 29 सीटें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थीं।

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लोकसभा चुनाव में इस बार बेहद चौंकाने वाले परिणाम सामने आए हैं। मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र की अगर कैंट विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दें तो अन्य चार विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को गठबंधन से सपा प्रत्याशी के समक्ष हार का सामना करना पड़ा है। बात किठौर विधानसभा क्षेत्र की करें तो यहां पूर्व में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा मात्र 2180 मतों से हार गई थी।लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां सिसौली गांव में जनसभा कर माहौल बनाने का खूब प्रयास किया, लेकिन बेअसर रहा। इस विधान सभा क्षेत्र के तमाम गांवों में सपा का पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) ने भी खूब रंग जमाया। यही परिणाम रहा कि मुस्लिम, दलित और पिछड़े वर्ग बहुल गांवों में गठबंधन प्रत्याशी के लिए खूब वोट हुआ।

चुनाव नतीजों में झटके के बाद योगी आदित्यनाथ दिल्ली बुलाए गए, अध्यक्ष और डिप्टी सीएम भी रहेंगे

लोकसभा चुनाव में भाजपा को यूपी में बड़ा झटका लगा है। राज्य में उसे 29 सीटें खोनी पड़ी हैं और उसे महज 33 पर ही जीत मिली है, जबकि 2019 के आम चुनाव में उसे 62 पर विजय मिली थी। इन नतीजों को लेकर सवाल उठ रहे हैं और भाजपा में मंथन का दौर जारी है। इस बीच पार्टी ने दिल्ली में संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग से पहले खासतौर पर यूपी को लेकर एक बैठक की जाएगी। इस बैठक के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को दिल्ली बुलाया गया है। उनके साथ दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी जाएंगे। वहीं राज्य के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधर भी दिल्ली पहुंचेंगे।इस मीटिंग में उत्तर प्रदेश में भाजपा के कमजोर प्रदर्शन पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि यूपी की मीटिंग के बाद भाजपा के संसदीय दल की भी बैठक होगी। इस बैठक में नरेंद्र मोदी को नेता चुना जाएगा। यहां पर भी चुनाव नतीजों पर मंथन हो सकता है। संसदीय दल की मीटिंग संसद के सेंट्रल हॉल में किया जाएगा। इस बैठक में भाजपा के सभी सांसद मौजूद रहेंगे। दरअसल भाजपा को उम्मीद से कम सीटें मिलने पर मंथन का दौर जारी है। एक तरफ दिल्ली में शीर्ष नेताओं की बैठकें चल रही हैं तो वहीं राज्यों में भी हलचल तेज है।

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