शिक्षामित्रों व शिक्षकों ने आनलाइन उपस्थिति का बांह पर काली पट्टी बांध कर किया विरोध

शिक्षामित्रों की समस्याओं का पहले हो समाधान, फिर देंगे डिजिटल हाजिरी-जिलाध्यक्ष/जिला संयोजक राम चन्दर मौर्य

अम्बेडकर नगर, जनपद के शिक्षामित्रों व शिक्षकों ने शासन के तुगलकी फरमान आनलाइन/डिजिटल हाजिरी लगाये जाने का बांह पर काली पट्टी बांध कर विरोध जताया है। विद्यालय में समय से उपस्थिति रहकर आन लाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। शिक्षामित्र शिक्षक संघ अम्बेडकर नगर के जिला अध्यक्ष व शिक्षामित्र केयर समिति अंबेडकर नगर के जिला संयोजक रामचंद्र मौर्य ने जनपद के शिक्षामित्रों से अपील करते हुए कहा कि जब तक सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक शिक्षामित्र आनलाइन डिजिटल हाजिरी का विरोध करते रहेंगे। राम राज की परिकल्पना वाली सरकार में शिक्षामित्र अल्प मानदेय में बदतर जीवन ज़ीने को मजबूर हैं। आर्थिक तंगी के चलते 10 हजार से अधिक शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है, फिर भी शिक्षामित्रों से झूठा वादा करने वाली सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार द्वारा शिक्षामित्रों के मानदेय में 1 रूपए तक की वृद्धि नहीं किया गया, सरकार द्वारा किया गया दावा शिक्षामित्रो के लिए छलावा साबित हुआ। जिसके कारण प्रदेश के लाखों शिक्षामित्र बेमौत मरने को मजबूर हो रहा है। वहीं सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान किये बिना तुगलकी फरमान जारी कर आनलाइन डिजिटल हाजिरी लगाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। जिलाध्यक्ष जिला संयोजक रामचंद्र मौर्य ने कहा कि शिक्षामित्रों व शिक्षकों की समस्याओं के समाधान होने तक, शिक्षामित्रों, शिक्षको द्वारा आनलाइन डिजिटल हाजिरी का विरोध किया जाएगा।सात वर्षों से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षामित्रों की लंबित मांगों, मूल विद्यालय वापसी, मानदेय वृद्धि, नियमितीकरण जैसे ज्वलंत मुद्दों का समाधान तो किया नहीं जा सका ऊपर से डिजिटल हाजिरी लगाने का दबाव बनाया जा रहा है। जिसका शिक्षामित्रों व शिक्षकों द्वारा विरोध किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष जिला संयोजक रामचंद्र मौर्य ने जनपद के शिक्षामित्रों से विद्यालय में समय से उपस्थिति होकर आनलाइन उपस्थिति दर्ज न कराने की अपील किया है। यदि शिक्षामित्रों को डिजिटल हाजिरी के आदेश को वापस नहीं किया गया तो शिक्षामित्रों द्वारा डिजिटल हाजिरी के विरोध में आन्दोलन भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों की समस्याओं का समाधान होने तक डिजिटल हाजिरी का निरन्तर विरोध होता रहेगा।

Don`t copy text!