सोशल डिस्टेंसिंग का खुलेआम मखौल उड़ा रही हैं शराब की दुकाने -हैसियत से अधिक खरीदी जा रही है शराब -कालाबाजारी शुरू, भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पा रही है पुलिस
रियाज वारिस(संवाददाता देवां-एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)
बाराबंकी। जनपद से लेकर कस्बा तक खुली शराब की दुकाने लगभग दो माह के लाॅकडाउन की धज्जियाँ उड़ा कर रख दी है। आज दिनांक 04.05.2020 से शासनादेश के अनुसार खोली गई शराब की दुकानों पर काफी संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई। कहीं-कहीं पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठिया तक फटकानी पड़ी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में चालू की गई दुकानों पर सुबह 9 बजे से ही काफी मात्रा में भीड़ इकट्ठा होने लगी, देखते ही देखते दोपहर तक कई दुकानों का स्टाक भी खत्म हो गया। जनपद के कई पियक्कड़ काफी मात्रा में शराब को खरीदकर ले जाने लगे, उनके लिए सोशल डिस्टेंसिंग के मायने कुछ नहीं है। कई व्यक्ति अपनी-अपनी चार पहिया वाहन लेकर इतनी अधिक मात्रा में शराब लेकर जाने लगे पूछने पर कई व्यक्तियों ने बताया क्या भरोसा कल ठेका बंद हो इसलिए आज ही ज्यादा खरीद ली और कल अगर ठेका बन्द होगा तो इस शराब को हम दुगने दामों पर बेचेंगे जिससे हमारा खर्चा चल जायेगा।
कस्बा देवा के अन्तर्गत कई दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखी मात्र खानापूर्ति की जा रही, जनपद में मात्र शराब की ही दुकानें खुली किन्तु दैनिक भोगी दुकानदारों को कोई छूट नहीं मिल पाने के कारण आम जनता में शासन प्रशासन की लचर कार्यशैली के प्रति आक्रोश दिखाई दिया। एक मजदूर ने बताया कि साहब हम मजदूरी करके अपने व अपने परिवार का पालन पोषण करते थे, मुझे बहुत उम्मीद की थी आज से हमको मजदूरी का कार्य मिल जायेगा, इसलिए हम गांव से शहर में मजदूरी करने आये किन्तु यहां सब कुछ बन्द है मात्र शराब की ही दुकाने खुली हैं। शराब की दुकान देखकर ऐसा लगता है कि जनपद के लाकडाउन है ही नहीं। विश्वस्त्र सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार देवा रोड पर ओवरब्रिज के नीचे स्थित शराब की दुकानों पर एम0आर0पी0 से अधिक दामों पर शराब बेची जा रही है, किन्तु ग्राहक को अत्याधिक मात्रा में शराब चाहिए इसलिए अधिक दाम भी देने के लिए तैयार हैं। रियाज वारिस
(संवाददाता देवां-एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स) 04/05/2020