मैं जानती हूं अंतिम समय में किसी फिल्म से निकाले जाने पर कैसा होता है महसूस : दिव्या दत्ता

मुंबई । इन दिनों बॉलीवुड में नेपोटिज्म और स्टार किड्स को लेकर चल रही बहस ने कई मुद्दों को उजागर किया है। कई सेलेब्स प्रोजेक्ट्स से निकाले जाने का खुलासा कर रहे हैं। दिव्या दत्ता ने भी हाल ही में एक इंटरव्यू में फिल्मों से निकाले जाने को लेकर खुलासा किया है। एक इंटरव्यू में दिव्या दत्ता ने कहा- यह बहुत बड़ा नुकसान सा महसूस होता है। आना और फिर रिजेक्ट होना या फिर फोन पर ये सुनना कि किसी और को ले लिया गया है। मुझे कई फिल्मों से लास्ट मिनट पर निकाल दिया गया और वह सच में बहुत दुखी कर देने वाला होता है। ऐसी स्थिति में आप बेबस महसूस करने लगते हैं। क्योंकि आपको पता होता है कि आप वह रोल कितनी अच्छी तरह से निभा सकते थे।

मैंने जो देखा वह यह कि मेरा परिवार बहुत मजबूत है। मेरी मां मुझसे पूछती थी कि मैं क्यों उदास हूं। मैं कहती कि मां मुझे फिल्म से निकाल दिया गया है। पता नहीं क्यों। इसपर मेरी मां कहती थी क्या उससे तुम्हारी जिंदगी रुक जाएगी। जिंदगी कभी नहीं रुकती और कल एक नया सवेरा होगा। उन्होंने अपनी पाजिटिविटी का जिक्र करते हुए कहा बल्कि ऐसा हुआ कि मुझे जिन्होंने काम से निकाला मैंने उनके साथ कुछ सालों बाद दोबारा काम किया वह भी बेहतर भूमिकाओ के साथ । दरअसल, दो तरह की च्वॉइस होती है, आप सारे रिजेक्शंस के साथ हौसला तोड़ देते हैं और प्रभावित होते हैं। चाहे वे अभिनेता, तकनीशियन, लेखक या जो कोई भी हो, हम संवेदनशील हैं और अस्वीकृति हमें चोट पहुंचाती है।

लोगों को आपके सिर पर चढ़कर बोलने दीजिए, उन्हें कहने दीजिए या फिर आप कह सकते हैं कि मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है। क्या मेरे पास बटर चिकन है या दाल है? ये आपकी जिंदगी है और इसलिए जो भी परिस्थिति आती है आपको उसमें रास्ता बनाना होगा, इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है। इस लिए मुझे लगता है कि मैं इन अस्वीकारों को पीछे छोड़कर जो मेरे पास था उसमें बेस्ट पाना चाहती थी। उल्लेखनीय है कि दिव्या दत्ता बॉलीवुड के बेहतरीन कलाकारों में से एक हैं। वे पर्दे पर जब भी आईं अपनी एक्टिंग से हर बार लोगों का दिल जीतने में कामयाब रहीं। जल्द ही वे स्वरा भास्कर के साथ फिल्म ‘शीर कोरमा’ में नजर आएंगी।

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