बाराबंकी। भाजपा के कद्दावर नेता केदार बख्श सिंह की लम्बी बीमारी के बाद बीती रात को निधन हो गया। उनके निधन से बाराबंकी जनपद में हर समुदाय के लोगों की आंखे नम हो गयी। केदार बख्श सिंह भाजपा के एक मात्र नेता थे तो सभी धर्माें को एक साथ लेकर चलते थे। यही वजह है कि उनके निधन पर श्री सिंह के आवास पर हर समुदाय के लोगों का तांता लगा रहा। केदार बख्श सिंह 90 वर्ष की आयु के नेता थे। उन्होने इस आयु में भी पार्टी के लिये जीतोड़ काम किया। अभी हाल ही में स्नातक चुनाव के दौरान केदार बख्श सिंह बीमारी के हालत में भी वोंट डाला। उनके पौत्र रोहित सिंह ने बताया कि उनके बाबा स्नातक चुनाव के दौरान लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती थे। वोंट के दौरान केदार बख्श सिंह ने अपने पौत्र रोहित से कहा कि चलो मुझे वोंट डालना है। इस पर रोहित ने उन्हे बहुत समझाया लेकिन नही माने आखिरकार भाजपा के प्रत्याशी के पक्ष में वोंट डाल ही दिया। केदार बख्श सिंह अपनी राजनीति भाजपा से ही शुरु की। आखिरी संास तक भाजपा के ही बने रहे। श्री सिंह मुसलमानों में अच्छी पैठ रखते थे। उनकी जितनी हिन्दुओं से दोस्ती थी उतना ही मुसलमानों से भी प्रेम करते थे। कोई भी मुस्लिम उनके पास जाता तो बगैर चाय नाश्ता कराये बिना नही भेजते थे। उनके निधन की खबर जिले में आग की तरह फैल गयी। जिसने भी सुना वह अचम्भित रह गया और उनके आवास पर पहुंचने लगे। देखते ही देखते भीड़ का एक हुजूम लगने लगा। हर कोई नम आंखो से उनके पुत्रों को सांत्वना दे रहे थे। दाह संस्कार में भाजपा के अलावा कांग्रेस, सपा, बसपा के नेता मौजूद रहे। अन्तिम संस्कार में सपा एमएलसी राजेश यादव, तनुज पुनिया, सांसद उपेन्द्र रावत, विधायक शरद अवस्थी, साकेन्द्र वर्मा, सतीश शर्मा, बैजनाथ रावत के अलावा अधिवक्तागण मौजूद थे।
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