माँ की गोद बच्चे का पहला विद्यालय होता है: प्रोफेसर शहाब बच्चो के लिये सबसे अच्छा तौहफा शिक्षा व संस्कार: मौलाना जफर लारैब पब्लिक स्कूल मे बच्चो को पुरस्कार से नवाजा गया
संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट
असन्द्रा बाराबंकी। लारैब पब्लिक स्कूल मीरापुर मे छात्र-छात्राओ को पुरस्कार से नवाजा गया। इस अवसर पर साकेत महाविद्यालय अयोध्या के प्रोफेसर ड़ा. मिर्जा शहाब शाह ने बच्चो को सम्बोधित करते हुये कहा कि स्कूल मे अध्यापक की जितनी जिम्मेदारी होती है उतनी ही बच्चो के माता पिता की जिम्मेदारी बनती है कि हमारे बच्चे को क्या होमवर्क मिला है तभी बच्चा आगे चलकर माता पिता का नाम रौशन कर सकेगा। उन्होंने आगे कहा की हर माँ बाप की जिम्मेदारी है की अपने बच्चो को अच्छी से अच्छी तालीम दे शिक्षा के बगैर इन्सान अधूरा होता है। श्री शाह ने अपनी बात रखते हुये कहा कि माँ की गोद बच्चा का पहला विद्यालय है माँ की सबसे जिम्मेदारी होती है की अपने बच्चे की निगरानी करे बाप तो दिनभर बाहर मेहनत मजदूरी करता है। इसलिए माँ को चाहिये की जब उसका बच्चा स्कूल से घर आये तो बच्चे से पुछे की बेटा आज स्कूल से किया होमवर्क मिला है। अयोध्या से आये मौलाना जफर अब्बास ने भी तालीम पर जोर देते हुये कहा माँ का अपने बच्चो के लिये सबसे अच्छा तौहफा शिक्षा व संस्कार है। मौलाना ने कहा की आप अपने बच्चो को मोबाइल से दूर रखे मोबाइल अच्छी भी है और खराब भी। उन्होंने आगे कहा शिक्षा से इन्सान की पहचान होती है इसलिए आपने बच्चो को शिक्षित करे। अयोध्या के संयुक्त विकास आयुक्त कार्यालय के सय्यद जफरूल हसनैन तकवी ने कहा शिक्षा जीवन को नई जिन्दगी देती है जाहील इन्सान जिन्दगी मे कभी तरक्की नही कर सकता है शिक्षित इन्सान अपनी जुबान के नीचे छुपा होता है। विद्यालय के प्रबन्धक मौलाना जफर अब्बास ने अभिभावक से अपील की है की आप अपने बच्चो को सही समय पर स्कूल भेजे ओर स्कूल से जब बच्चा घर जाये तो होमवर्क जरूर देखे की आज आपके बच्चे ने स्कूल मे किया पढ़ा है। इससे पूर्व नन्हें मुन्ने बच्चो ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये और कक्षा मे अच्छे अंक पाने वाले बच्चे भूपेन्द्र, आयुष, तौसीफ, शिवांचल, माहेरीन, मरियम, असमा सहित कई बच्चो को ईनामात से नवाजा गया। इस मौके पर असद अब्बास, सय्यद जमीर हसनैन तकवी समेत छात्र-छात्रायें तथा अभिभावक मौजूद रहे।संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट