अल्लामा इकबाल और उर्दू अदब में उनका किरदार नामक एक रोजा उर्दू सेमिनार सफलता पूर्वक संपन्न
नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211
सितारों से आगे जहां और भी हैं अभी इश्क़ के इम्तिहांऔर भी है – हाजी सरवर अली
बाराबंकी । अल्लामा इकबाल और उर्दू अदब में उनका किरदार नामक एक रोजा उर्दू सेमिनार सफलता पूर्वक संपन्न । कौमी काउंसिल उर्दू ज़बान नई दिल्ली से अरविंद ग्राम्य विकास एवं जन सेवा संस्थान के ज़ेरे एहतेमाम एक रोजा सेमिनार बउन्वान अल्लामा इकबाल और उर्दू अदब में उनका किरदार स्थानीय लखपेड़ा बाग हाउस लखपेड़ा बाराबंकी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ । सेमिनार की अध्यक्षता असगर अली साहब ने तथा संचालन मोहम्मद उबैद अश्शू ने किया।मुख्य अतिथि तारिक जीलानी ने अपने संबोधन में कहा जनाब अल्लामा इकबाल एक कवि , दार्शनिक और राजनेता थे । साथ ही ब्रिटिश भारत में एक अकादमिक बैरिस्टर और विद्वान थे । मुस्लिम दार्शनिक विचारक भी हैं । सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा व तराने हिन्द उर्दू हिंदी उर्दू भाषा में लिखी गई देश प्रेम की ग़ज़ल है । हाजी सरवर अली ने अल्लामा इकबाल और उर्दू अदब में उनका किरदार पर मक़ाला पेश करते हुए उनकी नज़्म पेश करते हुए पढ़ा- गए दिन की तन्हा था मैं अंजुमन में यहां अब मेरे राज़दां और भी हैं ।इसके अलावा नफीस बाराबंकी ने भी मकाला पेश किया। फ़ैज़ खुमार ने अपना मक़ाला पेश किया । इस मौके पर ऊषा श्रीवास्तव , आरती भटनागर , अमिता श्रीवास्तव,डॉ बीरबल शर्मा ,कुलदीप शर्मा करण श्रीवास्तव , अनुराग श्रीवास्तव , भगवान प्रसाद , ज्ञानेंद्र , सुनीता शर्मा , प्राची शुक्ला , कृष्णा चौधरी , रीता श्रीवास्तव कहकशाँ, चांदनी , सुमित्रा शर्मा , नाजमीन , लियाकत अली ,डॉ 0 हरिनाम सिंह , जुबेर अहमद , आदि तमाम लोग मौजूद रहे अंत में प्रबंधक सत्रोहन लाल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए समापन घोषित किया ।नेवाज अंसारी संवाददाता एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स)7268941211
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