असत्य पर सत्य, अधर्म पर होती हैं धर्म की विजय: अतुल कृष्ण

संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट

बाराबंकी। नगर पंचायत टिकैतनगर अंतर्गत गल्ला स्टोर मैदान में चल रही श्रीराम कथा के अन्तिम दिन मानस मर्मज्ञ कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि दूसरों की सम्पत्ति चाहे कितनी भी मूल्यवान हो उस पर हमारा कोई अधिकार नहीं है। चैदह वर्ष वनवास पूर्ण करने के पश्चात भगवान श्रीराम जब वापस अयोध्या पहुंचे तो अयोध्यावासी खुशियों से झूम उठे। श्रद्धालुओं से कहा कि रामायण हमें जीने के तरीके सिखाती है। रामायण हमें आदर सेवा भाव, त्याग व बलिदान के साथ दूसरों की सम्पत्ति पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, ऐसा सिखाती है। यह ज्ञान भी देती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान श्रीराम ने दीन-दुखियों, वनवासियों आदिवासियों के कष्ट दूर करते हुए, उन्हें संगठित करने का कार्य किया एवं उस संगठित शक्ति के द्वारा ही समाज में व्याप्त बुराईयों को दूर किया।हर राम भक्त का दायित्व है कि पुनित कार्य में अपना सहयोग प्रदान करे। यह राम कार्य है। श्रीराम के राज्यभिषेक का वर्णन किया और बताया कि बुराई और असत्य ज्यादा समय तक नहीं चलता। अन्ततरू अच्छाई और सत्य की जय होती है। अधर्म पर धर्म की जीत हमेशा होती आयी है। उन्होंने कहा जब भक्ति भगवान से विमुख होकर केवल भौतिक साधनों की ओर आकर्षित होती है तब उसे भगवद प्राप्ति के लिए भटकना पडता है। श्रीराम के राज्यभिशेक के प्रसंग के दौरान पूरे पंडाल में पुष्पों की वर्षा भक्तों के द्वारा और सभी भक्त राम जी की भक्ति में जमकर झूमें। राकेश शुक्ला, गंगाबक्स सिंह, विवेक तिवारी, कुलदीप शर्मा, मधुकर तिवारी,प्रान्त सामाजिक समरसता प्रमुख, राजकिशोर जिला प्रचारक बहराइच, राहुल विभाग प्रचारक अयोध्या,संजय पूर्व जिला प्रचारक, नीरज जिला प्रचार प्रमुख, विवेक पांडे, राजा राजेश्वर रवि बली, हेम चंद जैन सहित सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे।संपादक मोहिनी शर्मा एडवोकेट

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