छोटेलाल यादव के भाजपा में शामिल होने से यादवों का रूझान इस बार भाजपा प्रत्याशी की ओर

सदर विधायक के व्यवहार के कारण जनता में आक्रोश, लोगों में चर्चा

सदर विधायक के व्यवहार के कारण जनता में आक्रोश, लोगों में चर्चा

छोटेलाल यादव के भाजपा में शामिल होने से यादवों का रूझान इस बार भाजपा प्रत्याशी की ओर

सुहैल अहमद अंसारी
बाराबंकी। छोटेलाल यादव के भाजपा में शामिल होने से समाजवादी पार्टी के सदर विधायक की बढ़ी मुश्किले। लोकप्रिय नेता व पूर्व विधायक हैं छोटेलाल समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के कभी खास रहे छोटेलाल यादव हमेशा पार्टी के लिए बहुत मेहनत किया लेकिन वह बीते वर्षों से से नाराज थे, मुलायम सिंह के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक का भाजपा में आने से सदर विधायक के लिए कई मुश्किले खड़ी हो गई हैं। एक खास बिरादरी के वोटों का झुकाव इस बार भाजपा की ओर साफ तौर से दिख रहा है। जहां सदर विधायक कई मामलों को लेकर चर्चा में रहे हैं। मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम में उनकी सीट खतरे में दिखाई दे रही है और त्रिकोणीय मुकाबले में पीछे नजर आ रहे हैं। वही इस सब घटनाक्रम का फायदा भाजपा प्रत्याशी को साफ तौर से मिलता दिख रहा है।
मालूम हो कि सदर विधायक सुरेश यादव नामांकन स्थल पर जाते हुए एक पुलिसकर्मी को सार्वजनिक स्थल पर गालियां दी, जिसका वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर चल रहा है, और कई चैनलों पर प्रकाशित भी हुआ है, लोग यही कह रहे हैं कि इस बार इनके अहंकार को खत्म करना जरूरी है। सूत्रों से पता चला है कि जनपद के सरकारी कर्मचारी व पुलिस कर्मी सुरेश यादव के व्यवहार से काफी नाराज है। वही छोटेलाल यादव के भाजपा में शामिल होने से सुरेश यादव का खेल बिगड़ गया है। उनका सारा समीकरण धरा का धरा रह गया है। वही कई क्षेत्रवासियों ने बताया कि जनप्रतिनिधि को एक सरकारी कर्मचारी को ऑन डयूटी सार्वजनिक स्थल पर गाली देना बहुत बड़ी घटना है, इनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए और इनका नामांकन रद्द होना चाहिए ताकि दोबारा इस तरह की पुनरावृत्ति न हो। वही यादव बिरादरी के एक व्यक्ति ने बताया कि पहले कोई विकल्प नहीं था किन्तु इस बार विकल्प है, हम लोगों के सामने अच्छे प्रत्याशी हैं तो गाली वाले को क्यो चुने। सदर की जनता काफी रूष्ट व खिन्न नजर आ रही है, इस बार विकल्प के रूप शिक्षित व मृदुभाषी प्रत्याशी मैदान में हैं तो ऐसे नेता को क्यो चुने। कुछ लोगों ने बताया कि अगर कोई शिक्षक राजनीति आता है तो अनुशासन प्रिय माहौल यहां के अधिकारी और कर्मचारियों मिलेगा। जिससे वह काम भी बिना तनाव के करेंगे।
वहीं इस सम्बंध में सुरेश यादव से बात की गई तो उन्होंने कहा कि छोटेलाल सपा में थे ही नहीं वह कभी हैण्डपम्प तो कभी कांग्रेस में रहे। गाली के सम्बंध में बताया कि हमने गाली नहीं दिया है, अगर गाली दी होती तो पुलिस कर्मी कुछ रियेक्ट जरूर करता।

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