सच्चाई के लिए किसी के आगे नहीं झुकना चाहिए: रिजवान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि पर बोले युवा समाजवादी चिंतक

सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी

बाराबंकी। महात्मा गांधी को अहिंसा की प्रेरणा इमाम हुसैन से मिली थी। उन्होंने कहा है कि सच्चाई के लिए किसी के आगे नहीं झुकना चाहिए। हक के लिए हमेशा लड़ते रहना चाहिए। गांधीजी को समझने के लिए संघर्ष करने की जरूरत है। उनके बारे में पढ़ना और सत्य के रास्ते पर चलना दोनों में बड़ा फर्क है। यह बात देवा रोड स्थित गांधी भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि पर आयोजित प्रार्थना सभा एवं व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि युवा समाजवादी चिन्तक रिजवान रज़ा ने कही। इस दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा पर गांधीवादी राजनाथ शर्मा, सोशल एक्टिविस्ट रिजवान रज़ा, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी नरेश नारायण अवस्थी एवं समाजसेवी विनय कुमार सिंह ने माल्र्यापण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। तदोपरान्त प्रातः 11 बजे पांच मिनट का मौन रखकर महात्मा गांधी को याद किया गया। श्री रज़ा ने आगे कहा कि इस देश में महापुरूषों के राष्ट्रीय पर्व बहुत मनाए गए। लेकिन उन महापुरूषों की शोक सभाएं नहीं मनायी गई। अगर शोकसभा मनायी जाती तो आज वे लोग बेनकाब होते जो उनकी हत्या के जिम्मेदार थे। गांधीवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने कहा कि टीपू सुल्तान की हार के बाद गांधीजी को यह आभास हो गया था कि अंग्रेजो से सशस्त्र देश को आजाद नहीं कराया जा सकता है। आज सारा विश्व महात्मा गांधी के अहिंसात्मक आन्दोलन को आत्मसात कर रहा है। जबकि हिन्दुस्तान में गांधी दर्शन के एक भरे पूरे अध्याय का पटाक्षेप हो गया। जिसकी जिम्मेदार कन्ेद्र व राज्य सरकारें रही है। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष बृजेश दीक्षित ने कहा कि गांधीवाद को कमजोर करने का काम भाजपा सरकार कर रही है। लेकिन फिर भी राजनाथ शर्मा जैसे गांधीवादी आज भी उनके आदर्शों पर चल रहे है। ऐसे गांधीवादियों ने ही गांधीवाद को युगों-युगों तक जीवान्त बनाए रखने में सहायक होंगे। पूर्व प्रशासनिक अधिकारी नरेश नारायण अवस्थी ने कहा कि वर्तमान संदर्भों में महात्मा गांधी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक एवं अनुकरणीय नहीं हैं जितने अपने वक्त में थे। फर्क बस इतना है कि गांधीवाद का दायरा सीमित हो गया है। गांधीवाद को राजनीति के दायरे में रखा गया है जबकि वह अन्तिम व्यक्ति की आवाज हुआ करते थे। व्याख्यानमाला की संचालन पाटेश्वरी प्रसाद ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से स्टेशन अधीक्षक विनय कुमार शुक्ला, पर्यावरणविद् हाजी सलाउद्दीन किदवई, मृत्युंजय शर्मा, विनय कुमार सिंह, रंजय शर्मा, नीरज दुबे, सत्यवान वर्मा, संतोष शुक्ला, उदय प्रताप सिंह, ज्ञान तिवारी, रवि प्रताप सिंह, शिवनाथ शर्मा, प्रद्युम्न कुमार सिंह, संजय सिंह, शिवा शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे।

 

 

सगीर अमान उल्लाह जिला ब्यूरो बाराबंकी

 

 

 

Don`t copy text!