प्रशासन के खिलाफ आक्रोश, हाइवे पर उतरे किसान एक सप्ताह पूर्व धरना प्रदर्शन का दिया था अल्टीमेटम
कुलदीप कुमार शर्मा संवाददाता तहसील नवाबगंज बाराबंकी की रिपोर्ट
बाराबंकी। पूर्व लंबित समस्याओ को लेकर भाकियू टिकैत ने सोमवार को गन्ना प्रांगण में पंचायत आयोजित की। हजारो की तादाद में पहुंचे कार्यकर्ताओ में जिला प्रशाशन के खिलाफ काफी आक्रोश दिखाई दिया।मंच से सभी वक्ताओं ने किसान समस्याओ पर अधिकारियों द्वारा शिथिलता बरतने का आरोप लगाते हुए लखनऊ कूच का ऐलान कर पैदल मार्च और नारेबाजी करते हुए हाइवे पर आ गए।मौके पर पहुँचे एसडीएम,सीओ के काफी मान मनौव्वल के बाद किसान वार्ता के लिए राजी हुए।
गौरतलब रहे कि भारतीय किसान यूनियन द्वारा जनपद में किसान समस्याओ से जिला प्रशाशन को करीब तीन माह से पत्र के माध्यम से धान खरीद में फर्जीवाड़ा,फसल बीमा योजना, नहरों पर जमा सिल्ट,छुट्टा जानवरो,सम्मान निधि में किसानों का शोषण सहित तमाम समस्याओं से अवगत कराया जाता रहा है।लेकिन उन समस्याओं को दूर करना तो दूर उनपर किसी अधिकारी द्वारा आजतक कोई ठोस वार्ता की पहल भी नही की गयी।इससे भाकियू में जबरदस्त आक्रोश था।
इसी को लेकर एक सप्ताह पूर्व 10 फरवरी को जिला मुख्यालय के गन्ना प्रांगण में धरना प्रदर्शन की अल्टीमेटम दिया गया था।इसी क्रम में सोमवार को सुबह से ही उक्त कार्यक्रम स्थल पर कार्यकर्ताओ की भीड़ जमा होने लगी।ट्रैक्टर ट्रालियों से पहुंचे किसानों की तादाद दोपहर बाद हजारो में पहुंच गई।जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा के नेतृत्व व प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल जिला संरक्षक उत्तम सिंह की देखरेख में आयोजित पंचायत में प्रशासन के प्रति किसान समस्याओ को लेकर जिला प्रशाशन की अनदेखी पर काफी आक्रोश दिखा।
पंचायत में बोलते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान वैसे ही बद से बदतर हालात में पहुंच गया है ऊपर उसकी जायज मांगो पर अधिकारी कोई कार्यवाई नही कर रहे हैं।फसल बीमा योजना का किसानों को लाभ नही मिला और सम्मान निधि के चक्कर मे किसान दफ्तरों के चक्कर काटने पर मजबूर है।इसे कत्तई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल ने कहा कि सरकार ने किसानों के सामने ऐसी समस्या खड़ी कर दी है जिससे किसान अब दिन में काम करता है और रात में खेतों में रतजगा करने पर मजबूर है।धान खरीद में फर्जीवाड़ा किया गया है जिला प्रशासन इस बात को दबा रहा है।
दोपहर से शुरू हुई पंचायत में 4 बजे तक कोई सक्षम अधिकारी के न पहुंचने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और वो गन्ना प्रांगण से नारेबाजी और पैदल मार्च करते हुए हाइवे पर आ गए।किसानों को सड़क पर आने की बात सुनकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।आनन फानन में एस डी एम अभय पाण्डे और सीओ सुशील कुमार सिंह किसानों के बीच पहुंचकर उनको रोकने का प्रयास करने लगे।काफी देर के मान मनौव्वल के बाद किसान नेताओ ने वार्ता के लिए हामी भरी जिसपर सभी को जिलाधिकारी आवास के बगल स्थित सप्लाई विभाग के प्रांगण में ले जाया गया।डेढ़ घण्टे चली वार्ता में एसडीएम व सीओ ने छुटपुट समस्याओं पर तत्काल कार्यवाई की बात कही और ज्ञापन से सम्बंधित समस्याओ पर सभी विभागों के विभागाध्यक्षो मध्य 17 फरवरी को वार्ता के लिए समय मांगा जिसपर सहमति बन गयी और कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा जिलाध्यक्ष के द्वारा की गई।
इस अवसर पर महामंत्री हौसिला प्रसाद,लायकराम यादव,राम हर्ष वर्मा,मीडिया प्रभारी सतीश वर्मा ष्रिन्कूष्राधेलाल,डॉ राम सजीवन,नौमिलाल,शारदा बक्श सिंह,राम सेवक रावत, रामानंद,गिरीष चन्द,बाबादीन,अमर सिंह,शांति भूषण सिंह,रईस अहमद,ओम प्रकाश,दीपू वर्मा,शिव नरायन सिंह,प्रमोद कुमार,केवल प्रसाद आदि मौजूद रहे।
कुलदीप कुमार शर्मा संवाददाता तहसील नवाबगंज बाराबंकी की रिपोर्ट