बाराबंकी, 27 फरवरी। नेहरू युवा केन्द्र की जिला युवा समन्वयक प्रियंका चौहान के तत्वावधान में आज गुरुवार को फिट इण्डिया और स्वच्छता का इरादा कार्यक्रम के अंतर्गत बंकी ब्लॉक के जसमण्डा गांव में महान क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि के अवसर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसके चलते पंचायत भवन से मुख्य मार्ग तक झाड़ू लगाकर स्वच्छता की अलख जगाई।
कार्यक्रम के मुख्यातिथि के रूप में प्रकाश चौधरी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि उन्हें 15 कोड़ों की सजा दी गई। हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, वन्दे मातरम् और महात्मा गांधी की जय का स्वर बुलंद किया। इसके बाद वे सार्वजनिक रूप से आजाद कहलाए। इस महान क्रांतिकारी का जन्म स्थान भाबरा अब वर्तमान में आजादनगर के रूप में जाना जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता एन. वाई. वी. नेहा मौर्या द्वारा की गई और बताया कि 1920-21 के वर्षों में वे गांधी के असहयोग आंदोलन से जुड़े। वे गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए, जहां उन्होंने अपना नाम आजाद, पिता का नाम स्वतंत्रता और जेल को उनका निवास बताया। इसी क्रम में सविता ने बताया कि उन्होंने संकल्प किया था कि वे न कभी पकड़े जाएंगे और न ब्रिटिश सरकार उन्हें फांसी दे सकेगी। संकल्प को पूरा करने के लिए उन्होंने 27 फरवरी, 1931 को इसी पार्क में स्वयं को गोली मारकर मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी। तत्पश्चात कार्यक्रम के अंत में सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई।
इस मौके पर नेहा मौर्या, आदेश, प्रकाश चौधरी, युवती मंडल अध्यक्ष सविता गायत्री, पूजा, शिल्पी, शिखा मौर्या, मोनिका, निक्की के साथ ग्रामीण मौजूद रहे।