कोरोना ने असंतुलित मानव दिनचर्या को लगाया ब्रेक!

कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया)

बिना हाथ धुले भोजन करने वाले अब बार-बार कर रहे हैं हाथों की सफाई

फिलहाल विश्व के देशों को संदेश!हथियार नहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार प्रगति मानव कल्याण के लिए जरूरी।

भारतीय वैज्ञानिकों की खोज उत्साहजनक

पूरी दुनिया में हर तरफ कोरोना का कहर जारी है। हथियारों की फसल उगाने वाली महाशक्तियां भी इस मुसीबत के आगे डर के साए में हैं। भारत देश भी इसकी चपेट में है लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों की खोज उत्साहजनक है। जाहिर है कि विश्व के देशों को लगातार स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति करना अत्यंत आवश्यक है। वहीं यह भी सत्य उजागर हो रहा है कि कोरोना ने मानव की असंतुलित जीवन चर्या पर ब्रेक लगा दिया है!

चीन की कोख से पैदा कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को खौफ के साए में डुबो कर रख दिया है। भारत में भी इस समय कोरोना का भय आम आदमी के चेहरे पर नजर आ रहा है। देश में सार्वजनिक जीवन पर शिकंजा कस गया है। स्थितियां यह है कि घर-घर में हल्का सा खांसी जुखाम होने पर बरबस लोग का देते हैं देखो कोरोना से सावधान रहना? इस पूरे भयमुक्त माहौल में देश की सरकार काफी सतर्क व सक्रिय नजर आ रही है। शुक्रवार को 19 राज्यों एवं 2 केंद्र शासित प्रदेशों में ऐतिहातन कदम उठाते हुए सार्वजनिक जीवन पर काफी पाबंदियां लगा दी गई है। भारत में अब तक 82 कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज खोजे जा चुके हैं। यही नहीं सवा लाख से ज्यादा लोगों की पड़ताल भी की जा चुकी है? दो मरीजों की मौत भी हो चुकी हैं। कई संक्रमित मरीज इलाज के दौरान ठीक भी हो चुके हैं ।कुल मिलाकर विश्व के अन्य देशों की तरह भारत भी कोरोना से पूरी गंभीरता से लड़ रहा है।

विश्व के कई देशों में सार्वजनिक जीवन जहां थमा हुआ है वही देश में भी शैक्षिक संस्थान, आईपीएल मैच एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच सहित तमाम आयोजन स्थगित कर दिए गए हैं। खास यह है कि कर्नाटक की सरकार ने तो शादी विवाह के समारोह पर भी पाबंदी लगा दी है। यह कोरोना वायरस का कहर है कि अब लोग साफ-सफाई को लेकर काफी सजग हैं? किसी भी भीड़भाड़ वाले स्थान पर खड़ा जागरूक व्यक्ति इस वायरस को लेकर चिंतित व सतर्क दिखता है !देश में व्यापार पर भी इसका असर है। विश्व व्यापार भी इससे प्रभावित है। वहीं गांवों में इसका खौफ इस तरह से है कि जो भी परदेस में कमाई करने गया व्यक्ति वापस लौट कर अपने घर को पहुंचता है तो गांव के लोग उसे सशंकित निगाहों से देखते हैं? कुछ तो यह कह डालते हैं भैया कोरोना की जांच करवाई है आपने।

कोरोना का आलम यह है कि अब ऐसे व्यक्ति दिन में 10 बार हाथ धुलते हैं जो बिना धुले खाना खाने को उतारू रहते थे! यही नहीं मास्क खूब तेजी से बिक रहे हैं। रेलवे व बस स्टेशनों पर भी स्क्रीनिंग की जा रही है। लोग होटलों एवं खानपान की वस्तुओं पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। भीड़ भाड़ में चलने वाले लोग अथवा काम करने वाले कर्मचारी, अधिकारी सभी इस वायरस से बचने के लिए अपनी बेपरवाह दिनचर्या को अनुशासित करने में लगे दिखते हैं।

कोरोना वायरस ने विश्व को हिला कर रख दिया है। इसके साथ ही हथियारों की फसल उगाने वाली महाशक्तियों को भी एक संदेश दिया है कि मानव कल्याण के लिए हमें स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति की अभी ज्यादा आवश्यकता है। अपने आप को महाशक्ति दर्शाने वाला चीन इस वायरस का जन्मदाता है !खबर यह भी आ रही है कि चीन के कथित परीक्षण के चलते यह वायरस दुनिया के लिए जानलेवा खलनायक बना?

फिलहाल भारतीय वैज्ञानिकों ने जरूर आशा जगाई है। वैज्ञानिकों ने वुहान जैसा कोरोना स्ट्रेन तलाशा है।भारतीय मरीजो में मिला स्ट्रेन वुहान जैसा है। इनमे 99.98 फीसदी की समानता है। इस खोज से कोरोना से बचाव के लिए किट बनाने एवं इसकी दवा का पता लगाने में काफी आसानी होगी। भारत देश अमेरिका, जापान, थाईलैंड और चीन के बाद एक ऐसा देश है जिसे इस क्षेत्र में ऐसी कामयाबी मिली है।

कुल मिलाकर मौत से सभी डरते हैं और इसका सीधा उदाहरण प्रस्तुत किया है कोरोना के खौफ ने? आज भारत देश सहित विश्व के बड़े बड़े शहर थम से गए हैं? कई धार्मिक स्थानों पर लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गई है! कई धार्मिक स्थलों पर लोग मास्क लगाएं नजर आ रहे हैं। संदेश है कि जीवन रक्षा के लिए मास्क लगाए रखना बहुत जरूरी है। कोरोना को लेकर कुछ अफवाहें भी फैलाई जा रही है। जिससे सावधान रहने की जरूरत है। हाई शुगर के जो मरीज हैं उनको भी इससे बचे रहने की नितांत आवश्यकता है? वैसे कोरोना के कारण असंतुलित मानव दिनचर्या संतुलित होती नजर आ रही है। बेपरवाही के साथ रहने वाले लोग अब सफाई को महत्व दे रहे हैं। साफ है कि मानव को प्रकृति के साथ खिलवाड़ बंद करना होगा। अन्यथा कोरोना जैसे वायरस निरीह मानवों की जिंदगियों को लीलते रहेंगे?

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