राम सनेही घाट बाराबंकी मतदान के बाद अब हर जगह दरियाबाद विधानसभा में फैजाबाद संसदीय सीट पर हार-जीत का गणित लगाने का दौर चल निकला है। शहर से लेकर गांव तक किसी भी जगह लोग साथ में खड़े होते हैं तो वहां कौन जीत रहा इसे लेकर चर्चा होने लगती है। घरों से लेकर दफ्तरों और चाय, पान की दुकानों पर भी इस बार चुनावी नतीजे क्या रहेंगे, किस वर्ग ने कौन से दल व प्रत्याशी को समर्थन किया इसका आकलन लगाया जा रहा है।
कांग्रेस-सपा समर्थक व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ भस्मा प्रसाद मिश्रा के गणित से गठबंधन प्रत्याशी अवधेश कुमार को जीत मिल रही है। वहीं भाजपा के समर्थको द्वारा प्रत्याशी लल्लू सिंह को हैट्रिक लगवा रहे हैं। मगर सभी की चर्चा में एक बात समान है कि जीत का अंतर कम रहने का दावा किया जा रहा है। मंगलवार की दोपहर भिटरिया के मुन्ना चाय के होटल पर चाय का लुत्फ लेते हुए ग्रामीण चुनावी चर्चा में मशगूल दिखे।
कुछ लोग आपस मे ही चाय की चुस्की लेते हुए बोले आएंगे तो मोदी ही, पर सीटें पिछली बार की तुलना में बढ़ेंगी नहीं। फैजाबाद में भी जीत का अंतर घट जाएगा।
इतने में किसान नेता राम सुरेश तिवारी बात काटते हुए कह उठे की फैजाबाद लोकसभा सीट पर गठबंधन की उम्मीद है। भाजपा का प्रत्याशी नया होता तो बात अलग थी। अरुणेंद्र सिंह इस चर्चा में कूद पड़े, बोले भाजपा आएगी। कई अच्छी योजनाएं सरकार ने चलाई हैं। राजित राम ने कहा हमका यू नाइ पता जो दुई नंबर पर निशान रहैय ऊका ही जोर है। वहय जितिहय। इतने में भगवती सिंहबोले लड़ाई भाजपा और गठबंधन की बराबर पर है। दिनेश तिवारी, रमेश पांडे, ध्रुवीकरण का हवाला देकर भाजपा की जीत का दावा करते दिखे। जबकि प्रमोद वर्मा ने मुस्लिम, यादव और रावत मतदाताओं को एक साथ आने का गणित समझाकर गठबंधन की जीत का दावा किया। बसपा को कुछ बूथों पर पर्याप्त वोट मिलने की बात कहते हुए लोगों ने कहा कि इससे अन्य का गणित बिगड़ भी सकता है।
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