पीड़ित ने तहसील समाधान दिवस से लेकर उच्चाधिकारियों को भेजा पत्र
त्रिवेदीगंजबाराबंकी। शिक्षा क्षेत्र त्रिवेदीगंज की एक शिक्षिका द्वारा अभिभावक पर शांतिभंग की कार्यवाही करने का मामला तूल पकड़ लिया है। पीड़ित युवक ने शनिवार को शिक्षिका के खिलाफ तहसील समाधान दिवस में उपजिलाधिकारी को प्रार्थनापत्र देकर न्याय दिलाए जाने की मांग करी है। पीड़ित का कहना है कि यदि हमे न्याय नही मिला तो मै अपने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि दिनेश रावत के अलावा उच्चाधिकारियों के पास जाने को मजबूर हो जाउंगा।
जानकारी के अनुसार तहसील समाधान दिवस में दिए गए शिकायती पत्र में पीड़ित राम तीरथ ने उपजिलाधिकारी से बताया कि प्राथमिक विद्यालय छंदरौली में उसका पुत्र नैतिक रावत कक्षा दो का छात्र है। दो वर्ष विद्यालय में पढ़ने के उपरांत भी उसे कुछ नही आता। इसी बात से नाराज रामतीरथ बच्चे की शिकायत लेकर शुक्रवार की दोपहर विद्यालय पहुंच गया। विद्यालय की प्रधानाचार्य प्रतिमा शुक्ला सीएल पर थी उनकी कुर्सी पर सहायक अध्यापिका तृप्ती यादव बैठी हुई थी। पीड़ित को लगा यही प्रधानाध्यापिका है जिसे देखकर वह अपनी भड़ास निकालने लगा, बच्चे की पढाई को लेकर दोनो पक्षो में जमकर तू तू, मै मै हुई जिसके बाद कुछ देर बाद चैकी पुलिस आ गई और पीड़ित को उठाकर चैकी ले आई और शांतिभंग में कार्यवाही कर दिया। तहसील दिवस प्रभारी के समक्ष पीड़ित राम तीरथ ने बताया कि बच्चे की पढ़ाई के बारे में जानकारी करना कौन सा गुनाह कर दिया। मेरा अधिकार नही की विद्यालय जाकर बच्चे के पढ़ाई के बारे में जानकारी कर सकूं। इससे पूर्व मै विद्यालय बच्चे को छोड़ने जाता था पर हमारी आज तक किसी से कहासुनी नही हुई पर आज कौन सा गुनाह हो गया। मै मुंबई में मजदूरी करता हूं चंद दिनो के उपरांत वापस चला जाउंगा। मेरे बच्चे के सामने पुलिस मुझे अपराधी बनाकर ले गई लेकिन शिक्षिका के मंुह से एक शब्द नही निकला। पीड़ित की बात को उपजिलाधिकारी गंभीरता से संज्ञान में लिया और अग्रिम कार्यवाही के लिए शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों पत्र आगे्रसित कर दिया। वही खण्ड शिक्षाधिकारी त्रिवेदीगंज ने बताया कि तहसील दिवस में प्रकरण आया है प्रार्थना-पत्र मिला है, जांच कर दोषी के विरूद्व निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी।