न्याय के लिए दर-दर भटक रही है पीड़िता थाना टिकैतनगर की पुलिस नहीं कर रही है कोई कार्यवाही
-कोरोना की जांच व कोरेंटाइन के लिए कहने पर पत्नी को मारपीट कर घर से भगाया।
बाराबंकी। एक तरफ जनपद की पुलिस धड़ाधड़ वाहनों का चालान व सीज करने की कार्यवाही मात्र गुडवर्क करने की गरज से कर रही है। वहीं दूसरी तरफ पीड़ितों की एफ0आई0आर0 तक नहीं दर्ज कर रही है। पुलिस की इस कार्यवाही से क्षेत्र में काफी आक्रोश व्याप्त है। हर थाने में पीड़ित न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इसी क्रम में थाना टिकैतनगर की महिला ने मांगा मुख्यमंत्री से न्याय।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता रेशमा बानो पत्नी विजय कुमार निवासिनी मगरौड़ा थाना टिकैतनगर, जिला बाराबंकी की मूल निवासिनी है। पीड़िता के पति विजय कुमार पुत्र रामबरन निवासी मंगरौड़ा थाना टिकैतनगर जो पूर्व में गुजरात राज्य के सूरत जिले में रहते थे जो आज से लगभग 10-11 दिन पहले गुजरात से घर आये और घर पर साथ में बच्चों के साथ रहने लगे। पीड़िता व मोहल्ले वालों के कहने पर कि वर्तमान समय में कोरोना महामारी चल रही है, आप बाहर प्रांत गुजरात से आये हो अपनी जांच करवा लो व कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोरंटाइन हो जाओ। हम लोगों के साथ न रहो छोटे-छोटे बच्चे साथ है। इस बात से मेरे पति विजय कुमार नाराज होकर गंदी-गंदी गालियां देते व मारते पीटते थे। दिनांक 27.05.2020 को दोपहर 2 बजे के करीब उपरोक्त बात को लेकर मेरे पति विजय कुमार व शिव बहादुर पुत्र रामबरन, संदीप पुत्र विजय कुमार, जगदीप पुत्र शिव बहादुर ने पीड़िता के कमरे में जबरदस्ती घुसकर गालियां देते हुए लात घूंसों व थप्पड़ों से काफी मारा पीटा और बाल पकड़कर जमीन पर पटक दिया, जिससे पीड़िता के कपड़े अस्त-व्यस्त हो गये तब उपरोक्त लोग पीड़िता को जान से मारने डालने की नियत से मिट्टी का तेल पूरे शरीर पर डाल दिया और जलाकर मार डालने की कोशिश की। पीड़िता जान बचाने के उद्देश्य से रोती चिल्लाती हुई घर से बाहर भागी, मोहल्ले व पड़ोस के लोगों ने आकर पीड़िता की जान बचायी और उपरोक्त विपक्षीगण पीड़िता को जान से मार डालना चाहते हैं और ऐलानियां धमकी दी कि यदि मेरे घर वापस आई तो जान से मार डालेंगे। जबकि उक्त कालोनी पीड़िता के नाम है जिसकी वह मालिक है। पीड़िता को जान का सख्त खतरा है। पीड़िता ने घटना की सूचना थाना टिकैतनगर में दी किन्तु विपक्षीजन के प्रभाव व पैसों के कारण पीड़िता की रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई, तब से पीड़िता उधर-उधर भटक रही है। अब देखना है कि पीड़िता को स्थानीय पुलिस से न्याय मिलेगा या इसी तरह दर-दर भटकती रहेगी।
सिटी रिपोर्टर, एस0एम0 न्यूज 24 टाइम्स