फर्जी शराब बरामदगी प्रकरण में दरोगा लाइन हाजिर फर्जी गुडवर्क पर भाकियू ने दो दिन पहले किया था थाने का घेराव

संपादक मोहिनी शर्मा

बाराबंकी। तीन निर्दोष नवयुवकों पर फर्जी शराब बरामदगी का मुकदमा लिखना दरोगा को महंगा पड़ गया। एसपी ने उसपर कार्यवाई करते हुए लाइन हाजिर कर दिया है। भाकियू ने इस मुद्दे पर दो दिन पूर्व थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया था। बता दें कि जहाँगीराबाद इलाके में हो रहे रामपुर महोत्सव में 13 नवम्बर को भोजपुरी कलाकारों का कार्यक्रम चल रहा था। देर रात कार्यक्रम से बहादुरपुर गांव के तीन नवयुवक अंकुल पुत्र रामलोचन, गुलशन पुत्र फूलचन्द, विशाल पुत्र रमेश चन्द को पकड़कर थाने ले आयी थी।उनका कुसूर इतना था कि वह भोजपुरी गानों पर थिरक रहे थे।दूसरे दिन युवकों के घरवालों से दरोगा उपेन्द्र भदौरिया द्वारा ए रिश्वत व आधार कार्ड लेकर छोड़ दिया गया था।इसके ठीक एक दिन बाद उक्त तीनों नवयुवको पर दरोगा द्वारा फर्जी गुड वर्क दिखाते हुए 25 लीटर शराब बरामदगी दिखाई जाती है। जिसकी जानकारी शोशल मीडिया के माध्यम से घरवालों को होती है तो हर कोई दंग रह जाता है। पुलिस की इस कार्यवाई से भारतीय किसान यूनियन टिकैत हरकत में आती है और पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल देती है। बीते रविवार को प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल व जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ता थाने का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर देते हैं।इसकी जानकारी मिलते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह मौके पर पहुँचते हैं और किसानों के बीच फर्जी मुकदमा समाप्त करने के साथ ही दोषी दरोगा पर कार्यवाही का ऐलान कर  धरना प्रदर्शन स्थगित करवाते हैं।इसी कड़ी में सीओ सिटी की रिपोर्ट पर मंगलवार को एसपी आकाश तोमर ने दरोगा उपेन्द्र भदौरिया को लाइन हाजिर कर दिया है।

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