शिक्षा विकास की प्रथम सीढ़ी, नित नया सीखने दो… चाइल्ड लाइन टीम द्वारा मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस

बाराबंकी। बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन 1098 कोलैब टीम द्वारा विकास खण्ड बंकी के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय दराहरा में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर बच्चों ने बाल अधिकार के नारे हम बच्चों की मांगें चार, शिक्षा, सेहत, मान और प्यार के नारे लगाकर रैली निकाली और खेलकूद प्रतियोगिता व प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया। इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थाना जहांगीराबाद के उप निरीक्षक मनोज कुमार को बच्चों ने रोली चंदन का टीका लगाकर व उन्हें सुरक्षा बंधन बांधकर दोस्ती के दायित्व का एहसास कराया। बच्चों ने स्वागत गीत के द्वारा सभी का स्वागत किया। इस मौके पर बच्चों को जागरुक करते हुए उप निरीक्षक ने कहा कि आप अपने किसी रिश्तेदार के यहां गये हो वह आपको गलत तरीके से छूता हो या परेशान करता हो तो आप झिझक न करें अपने माता पिता व क्लास टीचर को जरुर बताये। आज के समय में सभी के घर में मोबाइल है जिससे आप इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन नम्बर 1098 पर करें। इसके साथ ही वूमेन पॉवर लाइन 1090 व 112 पर भी फोन कर मदद ले सकते है। बच्चो को सुरक्षा के दस नियम बताये गए व सभी बच्चो से हाथ मिलाकर बच्चों की झिझक दूर करने का प्रयास किया गया। श्री मनोज कुमार ने कहा कि बच्चों की पुलिस दोस्त है, उनसे अपनी डरने की जरूरत नही। वहीं चाइल्ड लाइन जिला समन्वयक श्री जियालाल ने बच्चों को बाल अधिकारों के बारे में जागरुक करते हुए बताया कि बच्चों के मुख्यतया चार अधिकार है जिन्हें बच्चों को मिलना चाहिए एक उत्तर जीविका का अधिकार दूसरा विकास का अधिकार, संरक्षण का अधिकार, और अभिव्यक्ति का अधिकार है, जो इन अधिकारों का मसौदा 20 नवम्बर 1959 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित हुआ जिसपर भारत ने भी हस्ताक्षर किए हैं और अपने यहाँ लागू किया है। जियालाल ने आगे कहा कि हर वर्ष 20 नवम्बर को अन्तर्राष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बच्चों के विकास, स्वास्थ्य शिक्षा और मूलभूत अधिकारों के लिये समर्पित है। 1959 में संयुक्त राष्ट्र ने इसी दिन बाल अधिकारों की स्वतंत्र घोषणा की और 1989 में में यूएन जनरल असेम्बली में कण्डीशन आॅफ चाइल्ड राइट्स की घोषणा की। बच्चों को बाल अधिकार पर कविता के माध्यम से कहा-हम छोटे-छोटे बच्चे हैं, दे दो हमे अधिकार सही। हमेशा बड़ो की मनमानी, हमे स्वीकार नही।। खेले कूदे धूम मचाये, हम बच्चो का नारा खुलकर बच्चे को जाने दो। यह अधिकार हमारा।। हम अल्हड़, कोमल नटखट हैं, फूलों से प्यारा, गंगा सा पावन मेरा भगवन रुप हमारा।। भेदभाव को भूलकर सभी, साथ में खेलते हैं। तुम सब आपस में लड़ते हो, हम मिलकर रहते हैं।। शिक्षा विकास की प्रथम सीढ़ी, नित नया सीखने दो। खुली नभ में पंख फैलाये, मुझको उड़ जाने दो।। गीत के माध्यम से बच्चों को बाल अधिकार के विषय पर जागरुक किया। इसी क्रम में गुलजार बानो ने बच्चों को टाॅफी-विस्कुट देकर बच्चों को नियम से स्कूल आने के लिये प्रेरित किया व चाइल्ड लाइन टीम ने बच्चों से खेलकूद व प्रश्नोत्तरी तथा चार्ट प्रतियोगिता कराया जिसमें 12 विजयी प्रतिभागियों को काॅपी, पेन देकर बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर ग्राम प्रधान मिथलेश वर्मा व प्र.अ. श्री रामलखन मौर्य, शालिनी शुक्ला ने कार्यक्रम की सराहना की। इस मौके पर सहायक अध्यापिका सुमन वर्मा, अंजली श्रीवास्तव, प्रतिमा आर्या, सारिका गुप्ता, शालिनी शुक्ला के अलावा आंगनबाड़ी कार्यकत्री पूनम वर्मा, आशाबहू कंचन सोनी सहित चाइल्ड लाइन सदस्य जीनत बेबी, अमित कुमार, राजवती, रमा जायसवाल सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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