ताकि बेटियां न समझी जाएं बोझ : आलोक

अब्दुल जब्बार एड्वोकेट व् डॉ0 मो0 शब्बीर की रिपोर्ट

भेलसर(अयोध्या)सालों से चली आ रही बाल विवाह प्रथा रोकने और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी के लिए योगी सरकार ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शुरू की।ताकि लोग बेटियों को बोझ न समझें।
यह बातें नव दंपतियों को सप्रेम भेंट स्वरूप सरकारी सामान वितरण के दौरान विधायक रामचंद्र यादव के बेटे आलोक चंद्र यादव ने कही।रौजागांव स्थित हंस इंटर कालेज में 19 जोड़ों को 10 हजार रुपए कीमत के सामान समारोह पूर्वक बांटे गए।यह वे जोड़े हैं,जो रानीमऊ में आयोजित सामूहिक शादी समारोह में सामान पाने से वंचित रह गए थे।इस दौरान कालेज की छात्राओं को संबोधित करते बतौर मुख्य अतिथि आलोक चंद्र यादव ने कहा कि इस योजना अंतर्गत आर्थिक रूप से सरकार जो सहायता प्रदान करती है।इससे परिवार अपनी बेटी को बोझ न समझने के साथ ही बाकी की बेटियों को भी पढ़ा-लिखाकर सही उम्र में शादी करने की नई सोच जागृति कर रहा है।उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे गांव-पड़ोस में इस जरूरतमंदों को इस योजना के लिए जागरूक करें।एडीओ समाज कल्याण आत्माराम ओझा व माधवराम शुक्ला ने संयुक्त रूप से कहा कि सामूहिक मंच पर इन शादियों के शासन-प्रशासन,जनप्रतिनिधि व आमजन मानस जो गवाह बन रहे हैं,इससे सामाजिक बल भी मिलेगा।इस मौके पर कालेज के प्रबंधक सतीश यादव,प्रिंसिपल अमृतलाल यादव,दिनेश यादव,भाजपा नेता कृष्ण कुमार कौशल,सदानंद,ननकू,प्रधान रामप्रेस यादव आदि मौजूद रहे।

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