नागरिकता संशोधन बिल को देंगे सुप्रीमकोर्ट में चुनौती…… सैय्यद फ़ारूक़

अब्दुल जब्बार एड्वोकेट व् डॉ0 मो0 शब्बीर की रिपोर्ट

भेलसर(अयोध्या)रूदौली से तीन तलाक़ क़ानून को सुप्रीमकोर्ट में चुनौती देने वाले याचिकाकर्ता सैय्यद फ़ारूक अहमद ने हाल ही में लोक सभा व् राज्यसभा से पारित नागरिकता संशोधन क़ानून के खिलाफ़ एक प्रेस वार्ता आयोजित कर‌ विधेयक़ के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षर के बाद क़ानून में बदल जाने पर इसे सुप्रीमकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

श्री अहमद ने बताया कि यह क़ानून संविधान की मूल भावना के खिलाफ़ है अौर उन महापुरूषों का अपमान है जिन्हें आधुनिक भारत का निर्माता कहा सकता है क्योंकि नागरिकता के संबध में संविधान सभा में हुई बहस में जब पीएस देशमुख द्वारा धर्म के आधार पर नागरिकता देने में विशेष छूट देने‌ की बात कही गई तो संविधान सभा में इसका कड़ा विरोध हुआ अौर यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया।इसके अतरिक्त यह कानून संविधान के मूल ढ़ांचे के खिलाफ है,देश की आंतरिक सुरक्षा के लिये खतरा है अौर मौलिक अधिकारों का हनन है।इसलिये वरिष्ठ अधिवक्ता अौर पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद से सुप्रीमकोर्ट के अधिवक्ता फरहान खान आदि के साथ मुलाकात करके तमाम क़ानूनी पहलुओं पर चर्चा कर याचिका को तैयार करवा लिया है जो इस विधेयक के क़ानून बनते ही सर्वोच्च न्यायलय में दाखिल कर दी जायेगी।

Don`t copy text!