कायस्थ महासम्मेलन 2021 में अन्य समाज के लोगो को साथ लेकर तय होगी रणनीति
रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500
बाराबंकी। भारत भूमि के इतिहास में हमेशा से सकारात्मक योगदान देकर सुनहरे अध्याय के रचयिता कायस्थ समाज के गौरव को पुनः स्थापित करने के प्रयास शुरू हो गये है। शनिवार को होने जा रहे कायस्थ महासम्मेलन में आगामी विधानसभा चुनाव में बिरादरी की भागीदारी को लेकर ठोस निर्णय लिये जाने की बात शहर के एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान संयोजक दिवेश श्रीवास्तव ने कही। भारतीय लोकतंत्र में संगठित ताकतों के महत्त्वपूर्ण हो जाने से कायस्थ राजनैतिक रूप से सबसे कमजोर दिखाई दे रहा है। प्रदेश में डेढ़ करोंड़ से अधिक की आबादी होने के साथ करीब 55 विधानसभा सीटों पर कायस्थ वोटर ही चुनाव के नतीजो में निर्णायक भूमिका निभाते है। बदले में विधायक सिर्फ 3 है, जबकि पहले यहा 53 कायस्थ एमएलए थे। बाद में टिकट नहीं मिलने से संख्या घटी और राजनैतिक कद घटाया जाने लगा। यह बात संयोजक दिवेश श्रीवास्तव ने कहते हुए आगे की रणनीति पर कायस्थ समाज को अपनी पीढ़ी के लिये अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिये एक होने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें राजनीतिक रूप से मुखर होना पड़ेगा तभी बिरादरी का सम्मान और भविष्य सुरक्षित हो सकेगा। कायस्थ समाज के वंशजो जिनमे स्वामी विवेकानंद, सुभाष चन्द्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, मुंशी प्रेम चन्द्र, हरिवंश राय बच्चन, खुटीराम बोस, बाला साहेब ठाकरे, ज्योति बासु, नवीन और बीजू पटनायक आदि समाज की महान विभूतियों के नामों को याद करते हुए देश के निर्माण में उनके योगदान का जिक्र किया। आयोजक संजय श्रीवास्तव ने कहा, कायस्थ बिरादरी राष्ट्रवादी विचारों और मानवतावादी है, यही कारण है कि हमारे समाज की तमाम विभूतियों ने राष्ट्र के निर्माण के साथ विश्व का कल्याण भी किया। इस दौरान राजू श्रीवास्तव ने आगामी 18 दिसम्बर को बड़ेल स्थित समृद्धि लॉन में सुबह 11 बजे आयोजित महा सम्मेलन 2021 में अधिक से अधिक लोगो को पहुंचकर समाज को सशक्त करने लिये अपनी राय देने की अपील की।
रिपोर्ट शमीम अंसारी: एसएम न्यूज24टाइम्स 9415526500