सगा भाई ही निकला युवक का हत्यारा, युवक की हत्या कर लगाई आग, कुएं में छिपाया शव, प्रेम-प्रसंग में युवती के पिता ने ही बनाया था मास्टर प्लान
मुकीम अहमद अंसारी
बदायूं। युवक की हत्या के बाद उसके शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। इसके बाद शव को कुएं में कचरे के पीछे छिपा दया गया। इस मामले में कोई और दुश्मन नहीं बल्कि उसका सगा भाई भी शामिल था। पूरे मामले की नींव एक युवती बनी थी। जिसे मृतक सालभर पहले अपने साथ ले गया था। भाई के हाथों भाई का कत्ल कराने की योजना युवती के पिता ने बनाई थी। जो साल भर से खुन्नस खाए बैठा था। उसने 10 लाख बतौर सुपारी आरोपियों को देने का वादा भी कर डाला था।
बिल्सी के वार्ड संख्या एक में रहने वाले राजेश मूल रूप से अघौल गांव के निवासी हैं। वह हरिद्वार में रहकर अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ बल्ब की फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। जबकि उनका सबसे बड़ा बेटा प्रिंस और प्रियांश बिल्सी में ही इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाता था।
प्रेम प्रसंग बना कत्ल की वजह:- बताया जा रहा है कि लगभग साल भर पहले प्रिंस बिल्सी के ही एक सर्राफा कारोबारी की बेटी को अपने साथ ले गया था। मामला थाने पहुंचा तो पुलिस ने कारोबारी की बेटी बरामद कर ली और प्रकरण को रफा-दफा करा दिया। इस मामले में न तो मुकदमा हुआ और न ही किसी तरह की धरपकड़। कुल मिलाकर पुलिस इस घटनाक्रम को पूरी तरह डकार गई थी।
पहले दोस्त फिर भाई को किया राजी:- प्रिंस का भाई हर्ष भी इस हत्याकांड में शामिल है। कहने को तो वह पिता के साथ हरिद्वार में रहता था लेकिन सर्राफा कारोबारी ने सबसे पहले हर्ष के दोस्त देवांश मराठा और उदय महेश्वरी को प्रिंस का कत्ल करने के लिए तैयार किया। हर्ष 28 जनवरी को हरिद्वार से बिल्सी इन्हीं दोनों के बुलावे पर पहुंचा था। दोस्तों ने उसे सगे भाई की हत्या करने को राजी कर लिया। इसके बदले तीनों को 10 लाख देने की बात हुई थी। व्यापारी ने अपनी बेटी की शादी हर्ष से करने की बात भी कही थी।
अपने ही घर में हुआ कत्ल:- 29 जनवरी की रात हर्ष समेत उसके दोनों दोस्त सुनियोजित ढंग से घर में मौजूद थे। प्रिंस दुकान बंद करके आया तो सभी ने दो मंजिले पर शराब पी और भरपेट खाना भी खाया। इसी बीच व्यापारी अमित वार्ष्णेय भी वहां आ पहुंचा। उसी की निगरानी में तीनों ने मिलकर प्रिंस की हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसके शव पर पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया। जब शव पूरी तरह नहीं जला तो कंबल में लपेट कर उसे इलाके में ही कुएं में डाल कर भाग गए।
पिता को किया गुमराह:- घटना को अंजाम देकर हर्ष वापस हरिद्वार चला गया। पिता ने बड़े बेटे की तलाश शुरू की तो शुरुआत में पिता को गुमराह करते हुए हत्याकांड के बारे में जानकारी दी। लेकिन खुद को बचाने के लिए यही बहाना रखा कि अगर वह किसी को बताता तो उसे भी सजा-ए-मौत दी जाती। हालांकि पुलिस ने पूछताछ के आधार पर यह स्पष्ट किया है कि हर्ष भी हत्याकांड में शामिल था। एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि सभी आरोपी जेल भेजे जाएंगे।
*मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज24 टाइम्स) बदायूं 9719216984*