श्रीपाल के शव को कडी सुरक्षा में घर लाया गया-परिजनों जिला प्रशासन के अधिकारियों से आश्वासन के बाद ही अंतिम संस्कार का लिया निर्णय
सहसवान। बीते एक माह से थाना कोतवाली पुलिस सहसवान द्धारा परिवार का लगातार किया जा रहा उत्पीड़न धन उगाही तथा मुलजिमानो को दिए जा रहे संरक्षण से परेशान ड्राइवर द्धारा थाना कोतवाली परिसर में 6 फरवरी को अपने ऊपर डीजल छिड़ककर आत्मदाह करने वाले श्रीपाल का उपचार के दौरान 14 दिन दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में निधन होने के उपरांत शव का पोस्टमार्टम होने के उपरांत कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में एंबुलेंस से घर पर लाए गए शव को ग्राम में पहुंचते ही परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे चीख-पुकार के बीच उप जिला मजिस्ट्रेट पुलिस क्षेत्राधिकारी ने पीड़ित परिवार को तहसील प्रशासन द्वारा जो भी उचित एवं शासनादेश के अनुरूप सहायता होगी प्रदान की जाएगी।
परंतु परिजनों द्धारा उचित एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों द्धारा मौके पर पहुंचकर आश्वासन देने के बाद ही श्रीपाल का अंतिम संस्कार करने का फरमान सुनाया उन्होंने कहा कि जिन लोगों के द्वारा परिवार का उत्पीड़न किया है। वह भी इस समय मौजूद हैं परिजनों के आक्रोश को देखकर आरोपी पुलिसकर्मी मौके की नजाकत को देखते हुए खिसक लिए समाचार लिखे जाने तक मृतक के आवास के इर्द-गिर्द भारी पुलिस एवं महिला आरक्षि पुलिस बल मौजूद था
गौरतलब है। थाना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम केसों की मडिया निवासी श्रीपाल पुत्र शिवराज के परिवार के लोगों पर ग्राम के ही महेश आदि द्वारा पुलिस स्टेशन 88 करके उत्पीड़न किया जा रहा था डेढ़ महा पूर्व महेश इत्यादि के विरुद्ध श्रीपाल के परिजनों द्वारा घर में घुसकर मारपीट करने की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिस पर थाना कोतवाली पुलिस ने मुल्जिम से सांठगांठ करके अगले दिन बादी परिजनों के विरुद्ध झूठी रिपोर्ट दर्ज कर ली रिपोर्ट दर्ज करने के बाद हल्का नंबर 3 पर तैनात पुलिस बल द्धारा श्रीपाल के परिजनों का उत्पीड़न किया जाना प्रारंभ हो गया। एक-एक करके श्रीपाल के सभी भाइयों को थाना कोतवाली में लाकर प्रताड़ित किया गया जमकर धनु भाई की गई तथा धमकी दी गई कि वह अपने मुकदमे में प्रति वादियों से फैसला कर ले अन्यथा सभी भाइयों को बड़ी-बड़ी धारा लगाकर जेल भेज दिया जाएगा 6 फरवरी को थाना कोतवाली पुलिस द्वारा ड्राइवर श्रीपाल को मोबाइल से कॉल करके बुलाया गया तथा थाना कोतवाली में आरोप है प्रति वादियों के समक् पुलिसकर्मियों ने मारपीट ही नहीं की बल्कि सुविधा शुल्क भी मांगा श्रीपाल मारपीट होने के उपरांत पुलिसकर्मियों को पैसा लेने के उद्देश्य से थाना कोतवाली के पास खड़ी गाड़ी पर आया जहां उसने पुलिस प्रताड़ना से तथा प्रति वादियों के समक्ष हुई पिटाई से अपमानित होने का घूंट पीकर डीजल छिड़ककर थाना कोतवाली परिसर में आग लगा ली श्रीपाल द्वारा कोतवाली परिसर में आग लगाते ही थाना कोतवाली पुलिस में हड़कंप मच गया पुलिसकर्मी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे परंतु एक उपनिरीक्षक ने साहस करते हुए श्रीपाल को जैसे तैसे कंबल डालकर आग बुझाई तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा प्रथम उपचार के उपरांत चिकित्सकों द्वारा राजकीय मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया राजकीय मेडिकल कालेज में भी श्रीपाल की हालत गंभीर होने पर सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया जहां जिला मजिस्ट्रेट ने आत्मदाह करने वाले श्रीपाल के मजिस्ट्रेट बयान दर्ज किए श्रीपाल ने मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयानों में भी थाना कोतवाली पुलिस पर उत्पीड़न करने के साथी भाई धन उगाई करने का आरोप लगाया श्रीपाल की हालत में सुधार न होने पर सैफई मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने भी परिजनों की सलाह पर बरेली के ईशान हॉस्पिटल के लिए श्रीपाल को रेफर कर दिया श्रीपाल का लगभग 9 दिन ईशान हॉस्पिटल में उपचार के दौरान 4 बड़े ऑपरेशन किए गए परंतु स्वास्थ्य में दिनोंदिन हो रही गिरावट व सुधारना होने पर ईशान हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने श्रीपाल के परिजनों को दिल्ली हायर हॉस्पिटल श्रीपाल को ले जाने की सलाह दी जिस पर 18 फरवरी को श्रीपाल को परिजन एंबुलेंस के माध्यम से दिल्ली ले गए जहां सफदरजंग हॉस्पिटल में श्रीपाल को भर्ती कराने के बाद 4 प्रारंभ हो गया परंतु भगवान को तो कुछ और ही मंजूर था 19 फरवरी सुबह 6:00 बजे श्रीपाल ने सफदरजंग हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली श्रीपाल के निधन की खबर जब गांव एवं परिवार में पहुंची तो मातम छा गया पुलिस भी सक्रिय हो गई चप्पे-चप्पे पर वर्दी बावर्दी तथा सादा वर्दी में महिला आरक्षित पुलिस बल ग्राम के इर्द-गिर्द तैनात कर दिया गया श्रीपाल के सब का सफदरजंग हॉस्पिटल में कड़ी चौकसी के बीच पोस्टमार्टम किया गया पोस्टमार्टम के उपरांत श्रीपाल के शव को एंबुलेंस के माध्यम से सहसवान उसके पैतृक आवास पर पुलिस की कड़ी चौकसी के बीच लाया गयाI
थाना कोतवाली परिसर में आत्मदाह करने वाली श्रीपाल के सबको एंबुलेंस के आगे पीछे पुलिस के आधा दर्जन से ज्यादा वाहन चल रहे थे नगर से सहसवान की सीमा क्षेत्र में प्रवेश करते ही चप्पे-चप्पे एवं चौराहे चौराहे पर भारी पुलिस एवं कड़ी चौकसी के बीच एंबुलेंस को बिसौली मार्ग से केसों की मड़ैया श्रीपाल के पैतृक आवास पर ले जाया गया एंबुलेंस पहुंचने से पूर्व भी गांव में भारी पुलिस बल की चौकसी बढ़ा दी गई श्रीपाल के सबको गांव में पहुंचते ही परिवार के लोग दहाड़ मार कर रोने लगे नेत्रहीन पिता श्रीपाल के सब के पास सुबक सुबक कर रो रहे थे वही उसके नौनिहाल बच्चे भी और पत्नी भाई रिश्तेदार का रोते-रोते बुरा हाल था श्रीपाल के रिश्तेदारों स्वा जातियों बंधुओं के अलावा सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण महिला पुरुष एकत्रित थे चीख-पुकार एवं क्रंदन के बीच उप जिला मजिस्ट्रेट विजय मिश्र ने परिजनों को श्रीपाल का अंतिम संस्कार करने को कहा परंतु रोते बिलखते भाइयों ने उप जिला मजिस्ट्रेट से कहा कि हम चीख चीख कर कहते रहे कि हल्का नंबर 3 पर तैनात पुलिस कर्मी एवं उप निरीक्षक द्वारा बेवजह उत्पीड़न किया जा रहा है परिवार की महिलाओं के साथ मारपीट की गई उन्हें अपमानित किया गया वही पुलिसकर्मी हमारी सुरक्षा व्यवस्था में आज मौजूद हैं जिन्हें देखकर हमें आक्रोश है यही नहीं उन्होंने भाजपा के एक जनप्रतिनिधि तथा एक जिला स्तरीय पूर्व पदाधिकारी पर भी उत्पीड़न करने का खुलेआम आरोप लगाया कहां कि जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय पूर्व पदाधिकारी द्वारा भी मुलजिम पार्टी से मिलकर हमारा उत्पीड़न किया गया मारपीट की गई जो हमारे लिए असहनीय हैं हम उपरोक्त पुलिसकर्मियों विरुद्ध कार्रवाई के अलावा मृतक श्रीपाल के अबोध 4 बालिकाओं के परवरिश के लिए प्रशासन से मांग करते हैं कि जब तक जिला प्रशासन के अधिकारीगण हमें कोई उचित आश्वासन नहीं देते तब तक हम श्रीपाल के शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे इतनी बात सुनते ही प्रशासन के हाथ पैर फूल गए समाचार लिखे जाने तक श्रीपाल का अंतिम संस्कार नहीं हुआ था मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था I
*मुकीम अहमद अंसारी संवाददाता (एसएम न्युज24 टाइम्स) सहसवान- बदायूं 9719216984*