एसडीएम के खिलाफ वकीलों ने किया प्रदर्शन एसडीएम पर लगाया भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप हटाने की की मांग
बाराबंकी में आज एसडीएम के खिलाफ वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। वकीलों का आरोप है कि एसडीएम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। और कोई भी कार्य बगैर लेनदेन के नहीं होता है। वकीलों ने तहसील में प्रदर्शन करते हुए एसडीएम को तत्काल हटाए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।
मामला जनपद की रामसनेहीघाट तहसील का है जहां पर आज एसडीएम पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और तहसील परिसर में जमकर प्रदर्शन और हंगामा किया। तहसील बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने प्रदर्शन करते हुए एसडीएम रामसनेही घाट मुर्दाबाद के नारे लगाए और मुख्यमंत्री से एसडीएम को हटाने की मांग की है। वकीलों का कहना है कि तहसील प्रशासन में भ्रष्टाचार चरम पर है। और कोई भी कार्य हो बगैर भ्रष्टाचार के नहीं होता है। एसडीएम के पास बाहरी लोगों का दखल रहता है। और उन्हीं के माध्यम से कार्य होते हैं। तहसील बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से रामसनेही घाट एसडीएम राम आसरे वर्मा को हटाने की मांग की है। और न हटाने की स्थिति में कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी दी है।
तहसील बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि बगैर धन उगाही के किसी भी फाइल पर आदेश पारित नहीं किया जाता है। जिस पत्रावली पर एसडीएम के प्रतिनिधियों को धन नहीं मिलता है उन पर बगैर सुनवाई और सूचना के बिना न्याय के विपरीत आदेश पारित कर दिया जाता है। वकीलों का साफ तौर पर आरोप है कि तहसील प्रशासन में एसडीएम राम आसरे वर्मा की वजह से हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त है। और कोई भी कार्य बगैर चढ़ावा काम नहीं होता है। ऐसे में एसडीएम को हटाना चाहिए।
फिलहाल देखने वाली बात यह होगी कि वकीलों के प्रदर्शन के बाद एसडीएम के ऊपर क्या कार्रवाई होती है। एसडीएम राम आसरे वर्मा रहते हैं या हटाए जाते हैं। और तहसील परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार खत्म होता है या स्थिति जस की तस बनी रहती है।